आबिद कामदार
इंदौर। महात्मा गांधी ने देश में आजादी की अलख जगाने से पहले दक्षिण अफ्रीका में वहां के लागों के साथ हो रहे भेदभाव के लिए लंबी लड़ाई लड़ी थी। गांधी ने सविनय अवज्ञा आंदोलन पहली बार यहां पर शुरू किया था, यही कारण है कि गांधी को जितना सम्मान भारत में मिलता है, उतना ही दक्षिण अफ्रीका में भी इसी का एक नज़ारा ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में देखने को मिला।
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गांधी हमारे आदर है, हम सौभाग्यशाली है गांधी हमारे देश में रहे
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में महात्मा गांधी का स्टेच्यू लगा है, यह इनवेस्टर्स को काफी आकर्षित कर रहा है। वहीं अफ्रीका के एक ग्रुप ने स्टेच्यू के सामने खड़े होकर कई फोटो लिए, और कहा की गांधी ने हमारे देश में रंग भेद और वंचितों को इंसाफ दिलाने के लिए कई लड़ाइयां लड़ी। वह हमारे आदर है, हम सौभाग्यशाली है गांधी ने अपने जीवन के कई साल हमारे देश में बिताए।