कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने 23 अक्टूबर, 2024 को वायनाड लोकसभा उपचुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। उनके इस कदम ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। नामांकन के दौरान, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए उसे एक परिवार की पार्टी बताया। उन्होंने कहा, “ये लोग लोकतंत्र में नहीं, राजतंत्र में जी रहे हैं। इनके लिए परिवार से बाहर कुछ नहीं है।”
गिरिराज सिंह ने कांग्रेस के नेतृत्व को निशाना बनाते हुए कहा कि भाई हटने पर बहन आ जाती हैं, और अगर दोनों हटें तो भांजा आ जाएगा। उनके अनुसार, कांग्रेस का अस्तित्व परिवार के इर्द-गिर्द ही घूमता है और पार्टी का कोई लोकतांत्रिक आधार नहीं है।
प्रियंका का चुनावी सफर
प्रियंका गांधी के नामांकन समारोह में उनके साथ कई प्रमुख कांग्रेस नेता उपस्थित थे, जिनमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, और उनके पति रॉबर्ट वाड्रा शामिल थे। प्रियंका ने कहा कि यह उनके लिए एक नई शुरुआत है और यह पहली बार है जब वह अपने लिए समर्थन मांगने आई हैं।
जनसभा में अभिव्यक्ति
प्रियंका ने वायनाड में आयोजित एक विशाल रोड शो में भाग लिया, जिसमें उन्होंने लोगों से सीधे संवाद किया। उन्होंने कहा, “मैं वायनाड में लोगों के परिवार का सदस्य बनने आई हूं।” उन्होंने अपने भाई राहुल गांधी की आठ हजार किलोमीटर की पैदल यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि यही उनके संस्कार हैं।
प्रियंका ने जनता से अपील की कि वे अपनी समस्याओं को उनसे साझा करें। उन्होंने वायनाड के लोगों की कठिनाइयों को समझने के लिए उनके घर तक पहुंचने का वादा किया। इसके अलावा, उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का आभार व्यक्त किया कि उन्होंने उन्हें वायनाड से उम्मीदवार बनने का अवसर दिया।
इस तरह, प्रियंका गांधी का नामांकन न केवल कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है, बल्कि यह वायनाड के मतदाताओं के साथ उनके सीधे जुड़ाव की भी शुरुआत करता है।