इंदौर जिले में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए एहतियात के रूप में पर्याप्त इंतजाम सुनिश्चित किये जा रहे हैं। जिले में अस्पतालों में ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। शासकीय और अशासकीय 46 अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किये गये हैं। ऑक्सीजन प्लांट के सुचारू संचालन की व्यवस्थाओं को देखने के लिये आज जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, विधायक श्री महेंद्र हार्डिया, श्रीमती मालिनी गौड़, श्री आकाश विजयवर्गीय, कलेक्टर श्री मनीष सिंह, श्री मधु वर्मा, श्री सुदर्शन गुप्ता और अन्य जनप्रतिनिधियों ने पीसी सेठी हॉस्पिटल तथा विशेष हॉस्पिटल के ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया।,
इस अवसर पर अस्पताल में स्थापित ऑक्सीजन प्लांट को चालू करके देखा गया। संबंधित अस्पताल संचालकों से चर्चा कर अस्पताल के बेड तक ऑक्सीजन पहुंचाने की व्यवस्थाओं की जानकारी ली गई। जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने निर्देश दिये कि सभी अस्पतालों के ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया जाये। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य और अधिकारीगण संयुक्त रूप से ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण करें। उन्होंने बताया कि जिले में ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था है।
बताया गया कि ऑक्सीजन प्लांट सुचारू रूप से चल रहे हैं। पीसी सेठी अस्पताल के निरीक्षण के दौरान बताया गया कि अभी 85 प्रतिशत गुणवत्ता प्राप्त हो रही है। कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने निर्देश दिए कि इसकी गुणवत्ता बढ़ाकर 90 प्रतिशत से ऊपर की जाये। बताया गया कि अगर लगातार दस या पन्द्रह दिन ऑक्सीजन प्लांट चालू रहेगा तो मानक के अनुसार 90 प्रतिशत से ऊपर की गुणवत्ता प्राप्त हो जायेगी। कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने बताया कि जिले में निजी तथा शासकीय 48 अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांटों की स्थापना की गई है। लगभग सभी प्लांट शुरू हो गये हैं। एक या दो प्लांट में कुछ काम बाकि है, वह भी शीघ्र चालू हो जाएंगे। जिले में ऑक्सीजन की किसी भी तरह की कमी नहीं आने दी जायेगी। उन्होंने बताया कि अस्पतालों में स्थापित प्लांट के सुचारू संचालन की समीक्षा के लिये सभी जोनल मेडिकल ऑफिसरों को लगातार निरीक्षण के निर्देश दिये गये हैं।
ज्ञात रहे कि आज ही मुख्यमंत्री श्री चौहान ने क्राइसेस मैनेजमेंट कमेटियों की राज्य स्तरीय बैठक में निर्देश दिये थे कि सभी जनप्रतिनिधि और कलेक्टर्स अपने-अपने क्षेत्रों में पहुंचकर ऑक्सीजन प्लांट और अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण करें।