नई दिल्ली, 10 अक्टूबर 2023: आज से वित्त मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2024-25 के बजट की तैयारी के लिए प्री-बजट मीटिंग्स की शुरुआत की है। इन मीटिंग्स का आयोजन 14 नवंबर तक किया जाएगा। वित्त मंत्रालय इसके दौरान विभिन्न मंत्रालयों के साथ बैठकों में बातचीत करेगा, और 2023-24 के संशोधित अनुमान और 2024-25 के बजट अनुमान को अंतिम रूप देगा।
साल 2024 की शुरुआत में होने वाले आम चुनाव के संदर्भ में, इस बजट को मोदी सरकार 2.0 का आखिरी बजट माना जा रहा है। यह सरकार के छठे बजट के रूप में आने वाला है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपना पहला फुल बजट जुलाई 2019 में पेश किया था। 2024-25 का बजट 1 फरवरी 2024 को पेश होने की उम्मीद है।
बता दे कि, इस बजट में देश के सालभर के खर्च और कमाई का लेखा-जोखा किया जाता है, जिससे देश की आर्थिक प्रक्रिया को संचालित करने का कार्य होता है। इस प्रक्रिया में मंत्रालय विभिन्न विभागों, राज्यों, और संस्थाओं के साथ मिलकर नए साल के लिए अनुमान तैयार करता है और पिछले साल की आमदनी और खर्च का विवरण प्रस्तुत करता है।
इसके बाद, इन अनुमानों को संबंधित अधिकारियों के द्वारा जांचा जाता है और आंकड़ों को सिफारिशों के साथ वित्त मंत्रालय के पास भेजा जाता है। वित्त मंत्रालय प्री-बजट मीटिंग्स के दौरान संबंधित पक्षों के प्रस्ताव और मांगों को सुनता है और बजट को अंतिम रूप देने के लिए अंतिम फैसला लेता है।
इसी के साथ, बजट की हलवा सेरेमनी का आयोजन भी होता है, जिसमें वित्त मंत्रालय के स्टाफ को हलवा बांटा जाता है। बजट की प्रिंटिंग का काम शुरू होता है और संसद सदस्यों को उसकी सॉफ्ट कॉपी उपलब्ध कराई जाती है।
वित्त मंत्री इस बजट को लोकसभा में पेश करते हैं, और यह बजट देश की आर्थिक दिशा को निर्दिष्ट करने का महत्वपूर्ण कदम होता है। 2017 से यह परंपरागत रूप से 1 फरवरी को पेश होता है, और इस बार पहली बार सभी दस्तावेजों को मोबाइल पर भी उपलब्ध किया गया है।