Tej Pratap Yadav : महुआ सीट पर तेज प्रताप यादव का क्या है हाल? यहां देखें रिजल्ट

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By Raj RathorePublished On: November 14, 2025
Tej Pratap Yadav

Tej Pratap Yadav : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना के शुरुआती रुझानों ने राज्य की सबसे चर्चित सीटों में से एक महुआ पर सभी को चौंका दिया है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी से काफी पीछे चल रहे हैं। यहां राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की ओर से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के उम्मीदवार संजय सिंह ने शुरुआती दौर से ही मजबूत बढ़त बना ली है।



महुआ सीट पर हो रहा यह मुकाबला केवल एक विधायक का चुनाव नहीं, बल्कि इसे तेज प्रताप यादव के राजनीतिक करियर और तेजस्वी यादव के नेतृत्व की परीक्षा के तौर पर भी देखा जा रहा है। जैसे-जैसे मतगणना के राउंड आगे बढ़ रहे हैं, आरजेडी खेमे में चिंता की लकीरें गहरी होती जा रही हैं।

महुआ सीट के रुझानों में बड़ा उलटफेर होता हुआ दिख रहा है। अब तक हुई गिनती की नतीजे –

संजय सिंह (लोजपा-आर) – 3536
मुकेश रोशन (राजद) – 2127
तेजप्रताप (जेजेडी) – 681

Tej Pratap Yadav का सियासी भविष्य दांव पर

तेज प्रताप यादव के लिए यह चुनाव करो या मरो की स्थिति जैसा था। हसनपुर सीट छोड़कर महुआ से चुनाव लड़ने का उनका फैसला एक बड़ा राजनीतिक दांव था। यदि यहां से उन्हें हार का सामना करना पड़ता है, तो उनके सियासी भविष्य पर गंभीर सवाल खड़े हो सकते हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस हार से पार्टी के भीतर और बाहर उनकी छवि को बड़ा झटका लगेगा।

यह परिणाम यह भी तय करेगा कि लालू परिवार की राजनीतिक विरासत को आगे ले जाने में उनकी भूमिका क्या होगी। एक हार उन्हें पार्टी की मुख्यधारा की राजनीति से और दूर कर सकती है।

कई दलों ने मुकाबले को बनाया दिलचस्प

इस बार महुआ का मुकाबला केवल आरजेडी और एनडीए के बीच सीमित नहीं था। कई अन्य दलों की मौजूदगी ने इसे त्रिकोणीय या चतुष्कोणीय बना दिया था। सुराज पार्टी, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के उम्मीदवारों ने भी मैदान में उतरकर वोट समीकरण को प्रभावित किया है।

माना जा रहा है कि इन छोटे दलों ने महागठबंधन के वोट बैंक में सेंधमारी की है, जिसका सीधा फायदा एनडीए प्रत्याशी संजय सिंह को मिलता दिख रहा है। संजय सिंह की साफ-सुथरी छवि और स्थानीय मुद्दों पर उनकी पकड़ ने भी मतदाताओं को आकर्षित किया। फिलहाल, वोटों की गिनती जारी है और अंतिम नतीजों का इंतजार है, लेकिन शुरुआती रुझान एनडीए के पक्ष में एक बड़ी जीत का संकेत दे रहे हैं।