किसानों को लेकर कांग्रेस और भाजपा आमने—सामने खड़ी हो गई है। भाजपा ने खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी की घोषणा कर किसान हितैषी होने का दावा किया। वहीं कांग्रेस ने मोदी सरकार को किसान विरोधी बताया। कांग्रेस ने एमएसपी की घोषणा को किसानों के साथ होने वाला एक छलावा मात्र करार दिया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने केंद्र सरकार पर किसानों के साथ वादाखिलाफी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा खरीफ फसलों के लिए एमएसपी की घोषणा एक ढोंग है। कांग्रेस पर एमएसपी की घोषणा तो हो जाती है, लेकिन किसानों का इसका कोई लाभ नहीं मिलता है। उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि किसान की फसल सरकार द्वारा एमएसपी पर खरीदी ही नहीं जाती है। किसान को लागत पर 50 प्रतिशत का मुनाफा नहीं मिलता है। सूरजेवाला ने दावा किया कि मोदी सरकार की हर नीति किसान विरोधी है।
इस सरकार के डीएनए में ही किसानों का विरोध भरा हुआ है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का मंत्र है एमएसपी की घोषणा करो, लेकिन एमएसपी मत दो। रणदीप सूरजेवाला ने कहा कि वर्ष 2022-23 में फसल उपज और फसल खरीद के तथ्य इस बात को उजागर करते हैं कि किसान को एमएसपी नहीं मिलेगा। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि जब एमएसपी देनी ही नहीं तो कागज़ पर घोषित करके वाहवाही क्यों लूटना है। कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों से दो बड़े वादे कर सत्ता में आए। पहला ये कि किसान को लागत जमा 50 प्रतिशत मुनाफा एमएसपी के तौर पर देंगे। दूसरा, 2022 तक किसान की आय दोगुनी होगी। लेकिन इनमें से एक भी वायदा पूरा नहीं हुआ।