मुंबई : महाराष्ट्र की सियासत में एक बार फिर मुख़्यमंत्री उद्धव ठाकरे और पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस आमने-सामने हो गए हैं. हाल ही में ठाकरे ने विपक्ष को बदले की राजनीति से दूरी बनाने की चेतावनी दी थी, इसके बाद अब फडणवीस ने इसे लेकर उद्धव पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा है कि, ”उद्धव ठाकरे हमें डराए नहीं बल्कि इसके बदले शासन दिखाएं.”
देवेंद्र ने महाराष्ट्र के लगातार बिगड़ते हालातों को देखते हुए भी महाराष्ट्र की उद्धव सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा कि, ‘यह भगवान की कृपा है कि महाराष्ट्र में अभी तक कोरोना की दूसरी लहर नहीं आई. हमने कभी भी निजी हमले नहीं किए हैं. अगर निजी हमलों की बात करें तो शिवसेना नेता ने मेरी पत्नी पर आरोप लगाए थे लेकिन मैंने कभी इस पर उपद्रव नहीं किया.’
हिंदुत्व के मामले को लेकर भी पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे पर बरसते हुए नज़र आए और उन्होंने शिवसेना को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, ”हमारा हिंदुत्व बदला नहीं है, बल्कि शिवसेना ने इसे छोड़ दिया है. आगे देवेंद्र ने उन्होंने शिवसेना से सवाल करते हुए कहा कि उनके मौजूदा सहयोगियों ने सावरकर के बारे में जो कहा है, वह उसे कैसे भूल सकते हैं? वो कांग्रेस के साथ हैं, जो गुपकार समझौते का समर्थन करती है, जिसमें चीन की मदद से अनुच्छेद 370 को बहाल करने की बातें कही गई हैं.”
जानिए ठाकरे ने क्या कहा था ?
हाल ही में ठाकरे ने एक बड़ा बयान देते हुए अपने एक साक्षात्कार में कहा था कि, ‘विपक्ष की ओर से उन्हें टारगेट किया जा रहा है. आगे ठाकरे ने कहा था कि हम बदले की राजनीति में विश्वास नहीं करते, लेकिन अगर आप हमें मजबूर करोगे तो हम प्रतिशोधात्मकता के खिलाफ सुदर्शन चक्र का इस्तेमाल करेंगे.’ उद्धव ठाकरे ने बताया कि मैं चुप हूं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि नपुंसक हूं. जिस तरीके से लोगों के परिवार और उनके बच्चों को टारगेट किया जा रहा है वह महाराष्ट्र की संस्कृति नहीं है.’