छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा और बीजापुर जिलों की सीमा पर लोहागांव पीडिया के जंगलों में पुलिस और नक्सलियों के बीच एक प्रमुख मुठभेड़ हुई है। इस मुठभेड़ में 9 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। पुलिस के अनुसार, यह मुठभेड़ नक्सलियों की पीएलजीए कंपनी नंबर 2 से हुई। सुरक्षा बलों ने मौके से एसएलआर, 303 और 12 बोर के हथियार भी बरामद किए हैं। बीजापुर एसपी जीतेंद्र यादव ने इस घटना की पुष्टि की है।
माओवादी मूवमेंट की सूचना पर मुठभेड़ शुरू हुई
मंगलवार, 3 सितंबर को जब सुरक्षा बल एक सर्च ऑपरेशन चला रहे थे, उन्हें पश्चिम बस्तर संभाग में माओवादियों के मूवमेंट की जानकारी मिली। इसके आधार पर मंगलवार सुबह 10.30 बजे मुठभेड़ शुरू हुई। दोनों पक्षों के बीच रुक-रुक कर फायरिंग होती रही।
पिछले हफ्ते की मुठभेड़ में 3 नक्सलियों की मौत
इससे पहले, 29 अगस्त को नारायणपुर-कांकेर बॉर्डर पर भी पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। उस ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों ने 3 नक्सलियों को मार गिराया था। यह मुठभेड़ ‘एंटी-नक्सल’ ऑपरेशन के तहत की गई थी।
ऑपरेशन ‘एंटी नक्सल’ की निरंतरता
अगस्त महीने में सुरक्षा बलों ने कई सफल ‘एंटी नक्सल’ अभियानों का संचालन किया है। अगस्त की शुरुआत में भी दंतेवाड़ा पुलिस ने एक महत्वपूर्ण मुठभेड़ में एक हार्डकोर नक्सली को मार गिराया था और कई हथियार व अन्य सामान भी बरामद किए थे। हाल ही में, जवानों ने भारी बारिश में इंद्रावती नदी पार कर नक्सलियों के ठिकानों पर हमला किया। हालांकि, कई नक्सली घने जंगल का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे।
इस प्रकार, छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियानों की सक्रियता और लगातार मुठभेड़ों ने क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित किया है।