वामा साहित्य मंच द्वारा बाल साहित्यकार व सृजनधर्मी इंदु पाराशर की दो पुस्तकों का लोकार्पण किया गया। मध्य प्रदेश हिंदी साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में आपके दो काव्य संग्रह भाव सरिता व पर्यावरण विज्ञान का लोकार्पण किया गया।
इस कार्यक्रम में डॉ. दवे द्वारा कविता, बाल साहित्य और विज्ञान को लेकर सृजन की प्रक्रिया के बारे में चर्चा की गई। हमारी प्रमुख सांस्कृतिक रुप से समृद्ध परंपराओं के बारे में बात करते हुए आपने सार्थक सृजन को लेकर अकादमी के कार्यों के बारे में बताया
अध्यक्ष अमर चड्ढा ने स्वागत भाषण दिया व वामा साहित्य मंच के कोविड काल में किए गये सृजन व वामा के यू ट्यूब चैनल के बारे में बताया .
पुस्तक पर्यावरण विज्ञान के बारे में चर्चा करते हुए लेखिका पद्मा राजेन्द्र द्वारा विज्ञान तत्व व कविता के विविध स्वरुपों के बारे में जानकारी दी गई। आपने वर्तमान समय में इस विषय पर लेखन की आवश्यकता पर बल दिया।
काव्य संग्रह भाव सरिता के बारे में बताते हुए लेखिका ज्योति जैन ने कहा, कि प्रत्येक सृजन महत्वपूर्ण होता है। आपने साहित्यकार की सामाजिक भूमिका को भी रेखांकित किया।
कार्यक्रम में लेखिका इंदु पाराशर ने जल, कागज व प्राकृतिक संसाधनों के मितव्ययिता से उपयोग के साथ ही अपने रचना कर्म पर विचार रके।
इस दौरान पूजा शर्मा, शौर्य व परी द्वारा कविता पाठ की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम के प्रारंभ में सरस्वती वंदना अंजना मिश्र ने प्रस्तुत की और आभार प्रदर्शन किया अंकिता पाराशर ने।
कार्यक्रम में हरेराम वाजपेयी, प्रदीप नवीन, संतोष मोहंती, रविंद्र पहलवान, मुकेश तिवारी सहित अनेक साहित्यकार भी उपस्थित रहे।