हाल ही में बागेश्वर धाम के प्रमुख और प्रसिद्ध कथावाचक, पंडित धीरेंद्र शास्त्री, अपनी 9 दिवसीय हिंदू एकता यात्रा पर निकले हैं। यह यात्रा हिंदू धर्म के प्रति जागरूकता फैलाने और लोगों को धार्मिक एकता की ओर प्रेरित करने के उद्देश्य से शुरू की गई थी। यात्रा के दौरान, जो श्रद्धालुओं के बीच बहुत प्रसिद्ध हो चुकी है, एक विवाद सामने आया। झांसी में यात्रा के दौरान कुछ ऐसा हुआ जिसने सभी का ध्यान आकर्षित किया।
क्या है पूरा मामला?
झांसी में यात्रा के दौरान, बाबा पर कुछ अज्ञात व्यक्ति ने फूलों के साथ एक मोबाइल फेंक दिया, जिससे उनकी चेहरे पर हल्की चोटें आईं। इस घटना को लेकर कई तरह की चर्चाएँ और सवाल उठने लगे। सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो वायरल हो गया था, जिससे यह अफवाह फैल गई कि बाबा पर हमला हुआ है। लेकिन बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने इस पर अपनी सफाई पेश की और कहा कि यह कोई जानबूझकर हमला नहीं था। उन्होंने बताया कि यह मोबाइल एक भक्त द्वारा गलती से फेंका गया था, और घटना के बाद उस भक्त को उसका मोबाइल वापस कर दिया गया। बाबा ने इस मामले में कोई गंभीर चोट न होने की बात भी कही।
यात्रा में बढ़ता जनसमर्थन
बागेश्वर बाबा की पदयात्रा, जो अब छठे दिन में प्रवेश कर चुकी है, में हजारों भक्तों की भारी संख्या शामिल हो रही है। यात्रा के हर पड़ाव पर उन्हें फूलों से स्वागत किया जा रहा है और हर जगह हिंदू धर्म के प्रति जागरूकता का माहौल बना हुआ है। यात्रा में शामिल होने के लिए भारत के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु आ रहे हैं, जिनमें मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, और दिल्ली के लोग शामिल हैं।
बॉलीवुड और खेल जगत के सितारे भी जुड़े
इस यात्रा के दौरान बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त और प्रसिद्ध कुश्ती स्टार द ग्रेट खली भी बागेश्वर बाबा के साथ जुड़े थे। इन प्रसिद्ध हस्तियों के जुड़ने से यात्रा में और भी आकर्षण और उत्साह का माहौल बना।
बागेश्वर बाबा की यह 9 दिवसीय यात्रा न केवल धार्मिक उत्साह का प्रतीक बन चुकी है, बल्कि यह एक तरह से धार्मिक एकता और हिंदू समाज को एकजुट करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल भी है। यात्रा के मार्ग के आस-पास भगवामय वातावरण छाया हुआ है और लाखों भक्त बाबा के साथ चलकर उनके संदेश को फैलाने में जुटे हैं। इस यात्रा से जुड़ी खबरें और घटनाएँ लगातार सोशल मीडिया और समाचार चैनलों पर चर्चा का विषय बनी हुई हैं। अब तक यात्रा में कई महत्वपूर्ण घटनाएँ घट चुकी हैं, लेकिन बाबा का संदेश अब भी सबसे ज्यादा चर्चा में है।