Breaking : संसद का शीतकालीन सत्र जारी है। ऐसे में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज दोनों सदनों को संबोधित कर रहे है। बताया जा रहा है कि वह तमिलनाडु में सैन्य हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बारे में जानकारी दे रहे हैं। सबसे पहले उन्होंने सभी के निधन पर शोक जताया।
राजनाथ सिंह ने कहा कि सीडीएस वेलिंग्टन एक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। ऐसे में उन्होंने 11 बजे सुलूर एयरबेस से उड़ान भरी थी। बताया गया कि इसे 12.15 मिनट पर वेलिंग्टन में लैंड करना था। लेकिन 12.08 बजे कॉन्ट्रैक्ट खो दिया। कुछ स्थानीय लोगों ने जंगल में हेलिकॉप्टर को जलता देखा। इसके बाद उन्होंने स्थानीय पुलिस को जानकारी दी।
उसके बाद उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि दोपहर 12.8 बजे ही हेलिकॉप्टर से संपर्क टूटा था। इसके आगे उन्होंने कहा कि एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में जांच के आदेश दे दिए हैं। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह फिलहाल लाइफ सपोर्ट पर हैं और उनको बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है। जांच दल कल ही वेलिंगटन पहुंच गया और जांच शुरू कर दी है।
बता दे, इस हादसे में कल चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के साथ 11 लोग शामिल थे जिनकी मौत हो गई। ऐसे में इस मामले को लेकर आज 11 बजे लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संबोधन दे रहे है इस संबोधन के बाद वह फिर 12.30 बजे राज्यसभा में बयान देंगे।
जानकारी के मुताबिक, संसद के दोनों सदनों में आज नागालैंड गोलीबारी, कृषि कानूनों की वापसी और 12 राज्यसभा सांसदों का निलंबन जैसे मुद्दे चर्चा में रहेंगे। इसके अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया गुरुवार को विचार और पारित करने के लिए राज्यसभा में ‘द नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च विधेयक 2021’ पेश करेंगे।
बता दे, सीडीएस रावत और उनकी पत्नी और 11 अन्य जवानों का निधन हो गया है। लेकिन अब बताया गया है कि हादसे के तत्काल बाद सीडीएस रावत जिंदा थे और प्रत्यक्षदर्शियों को उन्होंने अपना नाम भी बताया था।
जानकारी मिली है कि CDS बिपिन रावत की पत्नी मधुलिका रावत की मां कुंवररानी ज्योतिप्रभा सेना के अधिकारियों के साथ आज सुबह 5 बजे शहडोल से जबलपुर के लिए निकल गईं हैं। जबलपुर से 11 बजे सेना के विशेष विमान से उन्हें दिल्ली ले जाया जाएगा। मधुलिका के भाई यशवर्धन सिंह कल देर रात दिल्ली पहुंच गए थे। मधुलिका की मां को कल इस घटना की जानकारी नहीं दी गई थी।