भोपाल : मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कहा कि प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती मध्य प्रदेश में शराबबंदी के अभियान को शुरू करने को लेकर लगातार तारीख पर तारीख देती जा रही है।पहले उन्होंने 8 मार्च से शराबबंदी के अभियान को प्रारंभ करने की बात कही थी , तब भी उन्होंने कोई अभियान शुरू नहीं किया ,उसके बाद उन्होंने 15 जनवरी से लट्ठ लेकर सड़क पर उतरने की बात कही थी , उनकी यह घोषणा भी अभी तक पूरी नहीं हो पाई और अब उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से 14 फरवरी , वेलेंटाइन डे से इस अभियान को प्रारंभ करने की बात कही है।
सलूजा ने उनकी इस नई घोषणा पर सवाल उठाते हुए कहा वह स्पष्ट करें कि आखिर क्या कारण है कि उनके इस अभियान की तारीख बार-बार बढ़ती जा रही है ? उनके इस निर्णय में आखिर बाधक कौन है ? उन्होंने लिखा है कि भाजपा और सरकार में बैठे हुए लोगों को इसके लिए समझा पाना भी एक कठिन काम है तो ऐसे कौन-कौन लोग हैं ,जिनको वह समझा नहीं पा रही हैं ?
साथ ही उन्होंने लिखा है कि उनके पहले दौर की बातचीत आरएसएस के स्वयंसेवकों ,भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष से लेकर मुख्यमंत्री शिवराज चौहान से हो चुकी है तो उनको इस पहले दौर की बातचीत को सार्वजनिक करना चाहिए कि उनकी क्या बातचीत हुई , किस-किससे हुई , उन्होंने शराबबंदी को लेकर इनको क्या प्रस्ताव दिए , उन प्रस्तावों पर इन लोगों की सहमति है या नहीं , क्या यह निर्णय आरएसएस लेगी , यह सब बातें उन्हें स्पष्ट करना चाहिए ? उमा भारती जी कह रही है कि मध्य प्रदेश में शराबबंदी होकर रहेगी , इस संबंध में वह प्रतिदिन संवाद करेगी , तो वह बताये कि यह निर्णय प्रदेश में आख़िर कब तक लागू होगा , कब वो सड़कों पर उतरेगी क्योंकि भाजपा तो लगातार उनकी इस घोषणा का उपहास उड़ा रही है।
शिवराज सरकार ने तो नई आबकारी नीति के माध्यम से शराब को घर-घर पहुंचाने का प्रबंध कर , उनकी इस घोषणा को खुली चुनौती दे ही दी है , वही प्रदेश के मंत्री भी उनकी इस घोषणा को चुटकुले बाजी बताकर उनका मजाक उड़ा रहे हैं। उमा भारती जी को बताना चाहिए कि उनका अगला कदम क्या होगा और हर बार की तरह वेलेंटाइन डे , 14 फरवरी की उनकी अगली घोषणा भी सिर्फ़ हवा- हवाई घोषणा बन कर तो नहीं रह जायेगी ?