भविष्य की तकनीक और सांस्कृतिक धरोहर का संगम, छात्रों ने प्रस्तुत किए जीवन के रंग

Abhishek singh
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इंदौर में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में छात्रों ने भविष्य की तकनीकों का परिचय दिया और साथ ही जीवन में मूल्यों और संस्कारों के महत्व को भी उजागर किया। छात्रों ने अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से जीवन के विभिन्न पहलुओं को दिखाया। विद्या विजय बाल मंदिर के वार्षिक उत्सव में लाभ मंडपम में कई वर्गों में इन प्रस्तुतियों का आयोजन किया गया। “मंथन” थीम पर आयोजित इस कार्यक्रम में रामायण, कृष्ण लीला के साथ-साथ फिल्मी एक्ट “बाबूराव”, डिस्को डांस, फोक डांस, और टॉलीवुड के रंग भी दिखाई दिए।

अचीवर्स को मिला सम्मान, समारोह में दिए गए पुरस्कार

नृत्य, नाटक, संगीत और खेलों से जुड़े विभिन्न कार्यक्रमों में बच्चों ने अपनी प्रतिभा का अद्भुत प्रदर्शन किया। बोर्ड परीक्षा और खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को सम्मानित किया गया। इस आयोजन के मुख्य अतिथि के रूप में अभिनव शाह और महेंद्र शर्मा उपस्थित थे। कार्यक्रम के संचालक कुणाल दोगने, जुगल किशोर गुर्जर और प्राचार्य भुवनेश गीते ने छात्रों को जीवन में मूल्यों की अहमियत बताई। इसके अलावा, गुर्जर समाज विकास समिति के उपाध्यक्ष राजेश फुलरे, विश्वामित्र अवॉर्डी वीरेंद्र पवार और नरेंद्र मुकाती ने भी छात्रों को संबोधित किया।

शिक्षा के साथ संस्कारों का महत्व

कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने छात्रों को बताया कि वर्तमान समय में शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। यदि आप उच्च शिक्षा प्राप्त हैं, लेकिन आपके जीवन में मूल्य नहीं हैं, तो आप वास्तविक सफलता नहीं हासिल कर सकते। कार्यक्रम का संचालन चांदनी पाहुजा और आकांक्षा अरजरिया ने किया, जबकि आभार व्यक्त रंजना देशमुख और संगीता गीते ने किया।