इंदौर। विदेश मंत्रालय का 17वां तीन दिन का प्रवासी भारतीय सम्मेलन रविवार से इंदौर में शुरू हो गया है। सम्मेलन में 70 देशों के 3200 प्रतिनिधि शामिल होंगे। 9 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तो 10 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शिरकत करेंगी। पहले दिन मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रवासी भारतीय मेहमानों को संबोधित किया।
CM शिवराज ने कहा है कि मध्यप्रदेश, देश का दिल है। प्रवासी भारतीय दिल के टुकड़े हैं। प्रवासी भारतीय अपने गांव के लिए योगदान दें। शिवराज ने प्रवासी भारतीयों से कहा कि आप प्रवासी भारतीय सम्मेलन के साथ ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में भी भाग लें। निवेश के लिए प्रयास करें।
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CM शिवराज ने कहा कि प्रवासी भारतीय मध्यप्रदेश के ब्रांड एम्बेसेडर हैं। उन्होंने प्रवासी भारतीयों से आग्रह किया कि जिस दिन उनके शहर, गांव का गौरव दिवस हो, उस दिन वह अपने शहर, गांव जाकर आएं। शहर, गांव के लिए अपना योगदान दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवासी भारतीयों का पूरी दुनिया में महत्वपूर्ण स्थान है।
जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के नेतृत्व की तारीफ करते हुए कहा, आज सबसे बड़ा फर्क यह आया है कि भारत का कद दुनिया में बढ़ा है और तकरीबन हर उस देश के साथ हमारे रिश्ते मजबूत हुए हैं, जहां भारतीय समुदाय के लोग बसे हैं। यह बात इन देशों में आपके (प्रवासी भारतीयों) कद में भी झलकती है।
सम्मेलन का उद्देश्य भारत के विकास में प्रवासी भारतीयों के योगदान की सराहना और उनसे संबंध बढ़ाना है। इसकी थीम ‘प्रवासी: अमृत काल में भारत की प्रगति के लिए विश्वसनीय भागीदार’ तय की गई है। आयोजन में विभिन्न सेक्टर्स में निवेश की संभावनाओं के प्रदर्शन के लिए प्रेजेंटेशन भी होंगे।