चार धाम यात्रा शुरू हो चुकी है। ऐसे में कई लोग चार धाम यात्रा करने के लिए भी पहुँच चुके हैं। मंगलवार तक करीब साढ़े 5 हजार श्रद्धालुओं ने चार धामों के दर्शन कर लिए है। आंकड़ों के मुताबिक, सबसे ज्यादा यात्री बद्रीनाथ धाम पहुंचे हैं। वहीं चार धाम यात्रा में कई ऐसे भी श्रद्धालु हैं, जिनको उत्तराखंड पुलिस बिना दर्शन के बैरंग वापस लौटा रही है।
बताया जा रहा है कि चार धाम यात्रा सुचारू ढंग से और नियमों के हिसाब से चल सके, इसके लिए उत्तराखंड सरकार ने भारी पुलिस बल तैनात किया है। चाक चौबंद व्यवस्था का आलम यह है कि सिर्फ केदारनाथ धाम पर ही सेक्टर अधिकारियों के साथ ही पुलिस विभाग ने 450 कर्मचारियों को यात्रा पड़ावों पर तैनात किया है।
जानकारी के मुताबिक, चार धाम में आने वाले कुछ श्रद्धालु अपना रजिस्ट्रेशन स्मार्ट सिटी पोर्टल पर कर रहे हैं। लेकिन सभी चार धाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को देवस्थानम बोर्ड के पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य है। ऐसे में जिन भी यात्रियों ने ठीक ढंग से रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है उन्हें पुलिस और प्रशासन की टीम वापस घर लौटा रही है। इसके अलावा कुछ श्रद्धालुओं के पास फर्ज़ी रजिस्ट्रेशन होना भी पाया गया।
जानकारी मिली है कि केदारनाथ से 24 किमी दूर सोनप्रयाग के एक चेकपोस्ट पर 18 लोगों को फर्ज़ी रजिस्ट्रेशन पास के साथ पकड़ा गया और उन्हें धाम में एंट्री नहीं दी गई। इसको लेकर गढ़वाल अंचल की डीआईजी नीरू गर्ग ने बताय कि यात्रा के दौरान कई श्रद्धालु भूलवश स्मार्ट सिटी के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाकर आ रहे हैं। यह अब मान्य नहीं है और जो यात्री देवस्थानम बोर्ड के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नही कर रहा है उसको लौटाया जा रहा है। वहीं फर्जी rtpcr रिपोर्ट वाले लोगों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है।