आर्टिकल
रविवारीय गपशप: महानगरों का वैसा मोह बचा नहीं है, जो आज से चालीस-पचास बरस पहले था
आनंद शर्मा। अब तो वैश्वीकरण और तकनीक ने चीजें बड़ी आसान कर दी हैं, तो महानगरों का वैसा मोह बचा नहीं है, जो आज से चालीस- पचास बरस पहले था।
पिता चाहते हैं कि संतान उनके सारे कीर्तिमानों से आगे बढ़ जाए…
18 जून फादर्स डे पर विशेष पुं नरकात् त्रायते इति पुत्र: सर्वत्र जयमन्विच्छेत्, पुत्रादिच्छेत् पराभवम्। प्रवीण कक्कड़। सार यह है- संतान वह है जो पिता को उनकी वर्तमान स्थिति से
क्या झूलता भी है चुनाव, मध्यप्रदेश का ऊंचा नीचा होता चुनाव
आप भी सोचेंगे कि कितना अजीब सा शीर्षक हैं मगर क्या करें कभी कभी सच्ची बात अजीब भी लगती है। तो जब हमारे मित्र ने कहा कि पिछले कुछ दिनों
प्रभु श्री राम को लेकर युवा जागृत है
अनुराग तागड़े फिल्म आदिपुरुष को लेकर जो प्रतिक्रियाएं युवाओं की ओर से आ रही है वे अपने आप में यह साबित करती है प्रभु श्री राम के प्रति उनकी जो
क्या स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से चल रहा था जानलेवा राजश्री हॉस्पिटल?
अर्जुन राठौर इंदौर कलेक्टर के आदेश पर रामबाग स्थित राजश्री अस्पताल में ताले लग गए हैं लेकिन कई ऐसे सच है जिनका खुलासा होना बहुत जरूरी है । पता चला
किदांबी श्रीकांत, प्रणोय, सात्विक और चिराग इंडोनेशिया खुली के क्वार्टर फाइनल में
Khel News: अनुभवी किदांबी श्रीकांत से युवा लक्ष्य सेन फिर नहीं जीत सके और लगातार तीसरी बार अंतरराष्ट्रीय कोर्ट पर हार गए, पूर्व विश्व उपविजेता श्रीकांत ने पूर्व आल इंग्लैंड
”अपने राज” में धुलाये “बजरंगी”, आज शाम विहिप की बड़ी बैठक
नितिनमोहन शर्मा ” अपने ही राज ” में गुरुवार को ” बजरंगी ” जमकर धूल गए। पीटने वाली पुलिस थी। घायल होने वालों में विश्व हिंदू परिषद के संगठन व
मूर्तिकांड-अग्निकांड से कांग्रेस के चंगुल मे फंसी भाजपा
विपिन नीमा इंदौर। हिमाचल और कर्नाटक प्रदेश जीतने के बाद उत्साहित कांग्रेस लगातार आगे बढ़ती जा रही है। आज की स्थिति में अगर भाजपा और कांग्रेस की चुनावी गतिविधियों का
भाजपा वाले शहर के तीन विधानसभाओं में कम हुए वोटर्स, 4 अक्टूबर को फाइनल होंगी सूची
विपिन नीमा इंदौर । इसी साल होने वाले विधानसभा चुुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस ने पूरी तरह से चुनावी मैदान संभालते ही मतदाताओं से सम्पर्क साधना भी प्रारंभ कर
राजवाड़ा-2-रेसीडेंसी : शिवराज-वीडी का अबोलापन, अनदेखा कर देते हैं एक दूसरे को
अरविंद तिवारी सत्ता और संगठन के माईक वन यानि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के संबंध इन दिनों ठीक नहीं हैं। दोनों एक ही कार्यक्रम में
रविवारीय गपशप : ट्रांसफर होते ही अफसर को लगता है कि एक जन्म पूरा हो गया
आनंद शर्मा : आम चुनावों की आहट के साथ ही निष्पक्ष निर्वाचन के मापदंडों के चलते शासकीय सेवकों के स्थानांतरण की श्रृंखला आरम्भ हो गई है। हालाँकि यह भी सही
राहुल अगर अमेरिका अभी नहीं जाते तो कब जाते ?
श्रवण गर्ग राहुल गांधी का अमेरिका जाना ज़रूरी हो गया था। डॉ मनमोहन सिंह की 2009 में हुई राजकीय यात्रा के चौदह साल बाद नरेंद्र मोदी की होने वाली पहली
जबलपुर से पूरे प्रदेश मे चढ़ेगा सियासी पारा, 10 को भाजपा का श्रीगणेश, तो 12 को कांग्रेस का शंखनाद
विपिन नीमा इंदौर। जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आता जा रहा है प्रदेश की राजनीति गरमाती जा रही है । सत्ता हथियाने के लिए भाजपा कांग्रेस ने अपनी पूरी
चुनाव से पहले जागी सरकार, बूढ़े हो चुके नेहरू स्टेडियम में नई जान फूंकने की कोशिश
विपिन नीमा इंदौर। इंदौर शहर की पहचान दिलाने वाला 60 साल पुराना जवाहरलाल नेहरु स्टेडियम अब बूढा हो चुका है। इसकी सेहत बिलकुल भी ठीक नहीं है। लम्बे अरसे के
2023 का जून 1974 का 5 जून बन पाएगा कि नहीं ?
श्रवण गर्ग पांच जून के दिन को याद करना और याद रखना ज़रूरी है। अगले पांच जून तक तो देश में कई परिवर्तन हो जाएँगे, बहुत कुछ बदल जाएगा, बदल
Indore: अपने ही लगाए जाम में फंसने को अभिशप्त हम
इंदौर की सड़कों पर ट्रेफिक जाम लगना एक रोजमर्रा की समस्या बन चुका है, दशकों बीत जाने के बाद भी इस समस्या का स्थाई हल किसीको नहीं सूझ रहा है।
रविवारीय गपशप : जब मैं नौकरी लगा तो ख़ुद के काम के लिए सिफ़ारिश करवाना, ख़ास कर नेताओं से सिफ़ारिश कराना अच्छा नहीं माना जाता था
लेखक- आनंद शर्मा। जब मैं नौकरी में लगा तो ख़ुद के काम के लिए सिफ़ारिश करवाना, ख़ास कर नेताओं से सिफ़ारिश कराना अच्छा नहीं माना जाता था। ऐसा नहीं है
इंदौर की गौरवशाली होटल अप्सरा का जलवा आज भी बरकरार है
अर्जुन राठौर इंदौर शहर के मध्य रीगल चौराहे पर स्थित होटल अप्सरा का ख्याल सामने आते ही हमारे सामने एक ऐसे शख्स की तस्वीर उभरती है जिन्हें पूरा शहर ही
मुख्यमंत्री को कोई जनप्रतिनिधि नहीं बताएगा व्यापारी संगठनों में असंतोष क्यों है?
कीर्ति राणा अहिल्या लोक की सौगात देने की घोषणा करने वाली सरकार से किसी जन प्रतिनिधि की यह कहने की हिम्मत नहीं है कि इस सौगात की घोषणा के बाद