आर्टिकल
सुबह की शुरुआत एक इंसप्रेशनल स्टोरी के साथ: सीखना और आगे बढ़ते रहना है जीवन का असली मतलब
यह कहानी एक छोटे से गाँव के एक लड़के के जीवन के बारे में है, जिसके सपनों की ऊँचाइयों को छूने का सफर और उसका सफलता का सफर है इसमें
कुछ भी कहो मजमा तो शिवराज ही जमा पाते हैं – अरविंद तिवारी
बात यहां से शुरू करते हैं… कोई कुछ भी कहे, लेकिन बिना शिवराजसिंह चौहान के जनआशीर्वाद यात्रा भीड़ नहीं खींच पा रही है। अपवाद स्वरूप कैलाश विजयवर्गीय जैसे नेता को
श्रीमद्भगवद्गीता के 15वें अध्याय में आत्मा के अद्वितीय गुण और ध्यान का बताया गया है महत्व
भगवद्गीता के पन्द्रहवें अध्याय में अर्जुन के आत्मविश्वास की प्रतिष्ठा, भगवान् कृष्ण के अनुशासन के महत्वपूर्ण संदेश और भक्ति के माध्यम से दिव्य गुणों की महिमा का विस्तार किया गया
क्या है गूगल Discover ? कैसे करता है यह काम ? जानिए पूरी जानकारी !
आजकल जब हम इंटरनेट पर सर्च करते हैं, तो हमें सबसे पहले गूगल की खोज इंजन का उपयोग करना आम बात हो गई है। हम गूगल की मदद से विभिन्न
मॉर्निंग वॉक के फायदे: स्वस्थ जीवन जीने के लिए जरूरी है मॉर्निंग वॉक
प्रत्येक सुबह सूर्य की पहली किरणों के साथ, मॉर्निंग वॉक एक ऐसा अमूल्य अनुभव हो सकता है जो आपके स्वास्थ्य और जीवन दोनों को सुधार सकता है। चलिए, देखते हैं
क्या शराब के छोड़ने से बढ़ती है Anxiety? जानें इसका इलाज !
शराब का सेवन आजकल कई लोगों की दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि शराब के छोड़ने के बाद Anxiety क्यों बढ़ सकती है? यह
मोटापा कम करने के आयुर्वेदिक उपाय: जाने क्या है प्रभावशाली तरीके!
मोटापा एक सामान्य समस्या हो सकती है, लेकिन इसके नकारात्मक प्रभाव बहुत हो सकते हैं। यह आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है और बीमारियों का कारण बन सकता है।
सुबह की शुरुआत : संघर्ष – जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है इसे करते रहने से व्यक्ति सफल होता है
सफलता की ओर बढ़ते समय, हम सभी को कई बार संघर्ष का सामना करना पड़ता है। जीवन का यह महत्वपूर्ण हिस्सा है जो हमारी प्रगति के मार्ग में आ सकता
श्रीमद्भगवद्गीता के तेरहवें अध्याय के महत्वपूर्ण संदेश! जो मानव जीवन को बनाते है सफल !
श्रीमद्भगवद्गीता का तेरहवें अध्याय, जिसे “दिव्य विभूति योग” भी कहा जाता है, एक अत्यंत महत्वपूर्ण अध्याय है जो गीता के महत्वपूर्ण संदेशों में से एक है। इस अध्याय में भगवान
इतिहास को आदि किसान के नजरिए से भी देखिए : देव कुमार पंवार की कलम से
फेसबुक पर सभी बुद्धिजीवियों, सरकारी परजीवियों, narrative धारी लोगों को जमीन दिखाकर आदि किसान ने साबित किया की पूरी व्यवस्था, उससे बने कानून संविधान और उसके तर्क में आए तर्क
9/11 एक काला दिन: आज से 22 साल पहले आतंकी हमले से दहला था अमेरिका का दिल, टूटने के बाद फिर खड़ा हुआ अमेरिका!
11 सितंबर 2001 का दिन दुनिया के लिए एक दर्दनाक और अवास्तविक दिन था। आज से 22 साल पहले, एक आतंकी हमले ने अमेरिका को हिला दिया और दुनिया को
अपनी सुबह की शुरुआत करें एक पॉजिटिव विचार के साथ !
आपका आग्रह सुबह को पॉजिटिव विचार के साथ शुरू करने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। “सुबह की पहली किरने आपको एक और मौका देती है कि आप अपने सपनों
संसद के सत्र पर इतना रहस्य क्यों ? क्या सोच रहे हैं मोदी ?
अठारह से 22 सितंबर तक आहूत किए गए संसद के विशेष सत्र को प्रधानमंत्री द्वारा उनके दूसरे कार्यकाल के अंतिम पंद्रह अगस्त पर लाल क़िले से अत्यंत विश्वासपूर्वक की गई
सुबह की शुरुआत: हर सुबह लाती है एक नया जीवन, जाने कैसे करें अपने दिन की शुरुआत ?
सुबह एक नए दिन की शुरुआत होती है, और इसमें एक खास ताजगी और आत्मा की उत्साह की भरपूर भावना होती है। सुबह का समय विशेष होता है, जब हम
केरोसिन से जलने वाला स्टोव
जिस समय, गैस सिलेंडर से जलने वाले चूल्हों का आगमन, हमारे घरों में नहीं हुआ था, तब ये घासलेट से काम करने वाले स्टोव महाशय ही, हम सबके ज्यादातर घरों
रचनाकारों को चाहिए कि वह अपनी कविता, गीत, कहानी, लेखों के माध्यम से समरसता विमर्श की स्थापना साहित्य में करें – डॉ.विकास दवे
इंदौर : अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त साहित्यिक संस्था उड़ान के द्वारा अखिल भारतीय काव्य उत्सव का आयोजन इंदौर में शनिवार को हुआ। इसमें देश के विभिन्न हिस्सों से कवि
क्या सुखों का ग्रहों से है सम्बन्ध ? जाने जीवन में सुखी रहने के सरलतम उपाय !
सुख और ग्रहों के बीच मानव जीवन में गहरा संबंध होता है, इसे ज्योतिष और ग्रहों की गतिविधियों के माध्यम से समझा जा सकता है। ज्योतिष अनुसार, व्यक्ति के जीवन
क्या इंडिया से अब भारत हो जाएगा हिन्दुस्तान, जाने कब-कब बदला गया भारत का नाम ?
भारत, दुनिया का एक ऐतिहासिक और भौगोलिक रूप से विशेष देश है, और इसके विभिन्न नामों की भाषा, संस्कृति, और इतिहास के साथ गहरा संबंध है। इस लेख में, हम
स्वाधीन भारत में प्रेस की स्वाधीनता का सवाल कौन उठाये?
पत्रकारिता अपने जन्म से ही लोकजागृति और लोकचेतना की वाहक रही है।स्थापित राजनैतिक, धार्मिक , सामाजिक,आर्थिक,आपराधिक माफिया, प्रशासनिक और सतारूढ़ ताकतों से भयभीत हुए बिना निर्भीक लेखन, चिंतन, अभिव्यक्ति और