MP Weather : मध्य प्रदेश इन दिनों कड़ाके की ठंड और घने कोहरे की चपेट में है। राज्य के उत्तरी हिस्से के लगभग 20 जिले इस मौसमी कहर से जूझ रहे हैं, जहां दृश्यता (विजिबिलिटी) 50 मीटर से भी कम हो गई है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने प्रदेश में भीषण ठंड की चेतावनी जारी करते हुए 13 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट और 6 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
सुबह और शाम के समय घना कोहरा छाए रहने से सड़कों पर आवाजाही धीमी पड़ गई है। वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगा है, जिससे यात्रियों और दैनिक यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई इलाकों में दिन के समय भी सूरज के दर्शन मुश्किल हो रहे हैं, जिससे ठिठुरन लगातार बनी हुई है।
घने कोहरे से प्रभावित
राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के कई हिस्सों में सुबह की शुरुआत घने कोहरे के साथ हो रही है। खासकर ग्वालियर, चंबल संभाग के जिले इस कोहरे और ठंड से सबसे अधिक प्रभावित हैं। इन क्षेत्रों में दृश्यता इतनी कम हो गई है कि 50 मीटर दूर देखना भी मुश्किल हो रहा है।
कम दृश्यता के कारण सड़क दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ गई है। वाहन चालकों को हेडलाइट्स ऑन करके धीमी गति से चलने की सलाह दी जा रही है। ट्रेनों और उड़ानों के परिचालन पर भी कोहरे का असर पड़ने की संभावना है, जिससे यात्रियों को देरी का सामना करना पड़ सकता है।
मौसम विभाग की चेतावनी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने मध्य प्रदेश के लिए गंभीर चेतावनी जारी की है। IMD के अनुसार, आने वाले दिनों में ठंड का प्रकोप और बढ़ सकता है। तापमान में गिरावट जारी रहने की उम्मीद है, जिससे शीतलहर की स्थिति बन सकती है।
विभाग ने 13 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, अशोकनगर, शिवपुरी, दमोह, सागर और पन्ना शामिल हैं। ऑरेंज अलर्ट का अर्थ है कि लोगों को अत्यधिक सावधानी बरतने और आवश्यक एहतियाती कदम उठाने की आवश्यकता है।
इसके अतिरिक्त, 6 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इनमें भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़ और गुना शामिल हैं। येलो अलर्ट का मतलब है कि मौसम की स्थिति पर नजर रखने और संभावित प्रभावों के लिए तैयार रहने की जरूरत है।










