उत्तर भारत समेत देश के सभी राज्यों में भीषण गर्मी दर्ज की जा रही है। ऐसे मौसम में वाहन चालकों को सतर्क रहने की जरूरत है. यह बहुत जरूरी है कि आप अपनी बाइक और कार का अच्छे से ख्याल रखें। आपकी लापरवाही से कार में दिक्कत आ सकती है। इससे यात्रा के दौरान परेशानी का खतरा बढ़ जाता है। यहां आइए जानते हैं कि गर्मियों में इंजन को ओवरहीटिंग की समस्या से कैसे बचाया जाए।
‘लिकेंज चेक करें’
गर्मियों में अक्सर कार के इंजन का तापमान बहुत अधिक हो जाता है। इससे कई परेशानियां होती हैं। इससे बचने के लिए कार में कार कूलेंट का इस्तेमाल किया जाता है। कार कूलेंट का काम इंजन को ज़्यादा गरम किए बिना सामान्य तापमान बनाए रखना है। लेकिन अगर यह क्षतिग्रस्त है, तो इंजन भी गर्म हो जाएगा। इसलिए कार चलाने से पहले कूलेंट की जांच कर लें। यदि यह क्षतिग्रस्त है तो इसकी तुरंत मरम्मत कराई जाए।
‘रेडिएटर को रखे क्लीन’
कार के कूलेंट का रिसाव इंजन के गर्म होने का सबसे आम कारण है। अगर कार में लगातार कूलेंट लीक होता रहे तो सफर के दौरान कार के इंजन के ओवरहीट होने की समस्या का सामना करना पड़ता है। इसलिए, यात्रा शुरू करने से पहले इंजन के आसपास लीकेज की जांच कर लें। अगर इंजन के आसपास कार का कूलेंट लीकेज है तो आपको तुरंत सर्विस सेंटर जाकर इसे ठीक करवाना चाहिए।
‘यात्रा के दौरान ब्रेक ले’
कार में कूलेंट का काम इंजन को ठंडा रखना है। लेकिन इसके लिए कार कूलेंट का भी बेहतर काम करना जरूरी है। कार के रेडिएटर को ठंडा रखने के लिए कूलेंट दिया जाता है। इसकी जालीदार संरचना के कारण, शीतलक जल्दी ठंडा हो जाता है। वापस इंजन में चला जाता है। इससे इंजन का तापमान कम रखने में मदद मिलती है। इसलिए रेडिएटर को साफ रखना बहुत जरूरी है।
कार से लंबी यात्रा के बीच में हमेशा ब्रेक लें। खुद को तरोताजा रखने के साथ-साथ आप कार के इंजन को ओवरहीटिंग से भी बचा सकते हैं। अगर अत्यधिक गर्मी के दौरान बिना ब्रेक लिए कार को लंबे समय तक चलाया जाए तो इंजन के गर्म होने का खतरा भी बढ़ जाता है।