गुजरात के खरच प्लांट में बिड़ला सेलूलोज़ ने सफलतापूर्वक एग्जॉस्ट गैसों से सीएपी (कार्बन-डाइसल्फ़ाइड एड्सॉर्प्शन प्लांट) CS2 रिकवरी सिस्टम को चालू कर और ईयू बैट का दर्जा हासिल कर लिया है। CS2 और H2S (हाइड्रोजन सल्फाइड) के उत्सर्जन को घटाने के लिए क्लोज्ड-लूप तकनीकों का उपयोग किया गया है, जिसमें CS2 को रिकवर करना और H2S से सल्फर के तत्व को शामिल किया गया है।
90-95 प्रतिशत सल्फर को रिकवर करने का लक्ष्य हासिल कर लिया गया है। इस नई उपलब्धि को विस्कोस फाइबर मैन्युफैक्चरिंग के लिए ईयू बैट बीआरईएफ में निर्धारित सभी मापदंडों के लिए ब्लूविन लिमिटेड, यूनाइटेड किंगडम द्वारा किए गए एक स्वतंत्र मूल्यांकन से आगे पास किया गया था।
ग्रासिम इंडस्ट्रीज के एमडी और बिड़ला सेलूलोज़ के बिजनेस डायरेक्टर श्री एच के अग्रवाल ने कहा, यह ग्लोबल बेस्ट प्रैक्टिस के हिसाब से एक उल्लेखनीय उपलब्धि है और एमएमसीएफ इंडस्ट्री में सस्टेनेबल प्रैक्टिस के लिए ग्लोबल लीडरशिप हासिल करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
दुनिया में सबसे बड़े वीएसएफ उत्पादक केंद्रों में से एक बिड़ला सेल्यूलोज का विलायत प्लांट पहले से ही ईयू बीएटी के हिसाब से बनी साईट है, जो फाइबर उत्पादन के लिए सल्फर रिकवरी और जल खपत जैसे कई मापदंडों में वैश्विक मानक स्थापित कर रहा है।बिरला सेल्यूलोज़ को हाल ही में जारी कैनोपी की हॉट बटन रिपोर्ट 2023 में अपने सस्टेनेबल फोरेस्ट्री प्रेक्टिस और नेक्स्टजेन सॉल्यूशन में इनोवेशन के लिए #1 स्थान दिया गया है, और लगातार चौथे वर्ष इसे ‘डार्क ग्रीन शर्ट’ की सर्वोच्च रेटिंग प्राप्त हुई।