नई दिल्ली। अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय खतरनाक होता जा रहा है। तूफान बिपरजॉय धीरे-धीरे गुजरात के तट की ओर बढ़ रहा है। तटीय इलाकों में ऊंची-ऊंची लहरें भी देखी जा रही हैं। चक्रवात के पूरी तरह से पहुंचने में अभी देरी है, लेकिन इसने अपना असर दिखाना अभी से शुरू कर दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि, ये तूफान 15 जून की दोपहर को कच्छ जिले के जखौ पोर्ट से टकराने वाला है।
मौसम विभाग के मुताबिक, 1965 के बाद जून में गुजरात में आने वाला यह तीसरा चक्रवात होगा। गुजरात के साथ केंद्र सरकार भी बिपरजॉय चक्रवाती तूफान को लेकर काफी सतर्क नजर आ रही है। तूफान के चलते गुजरात और मुंबई के तटीय इलाकों में आंधी-बारिश का दौर जारी है, जिसमें पांच लोगों की मौत की खबर है। गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ के तटों पर भी तेज हवाएं चल रही हैं। जाम नगर और मुंबई में हाई टाइड आ रहे हैं।
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय की वजह से गुजरात के तटीय क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर दिया गया है, साथ ही लोगों को यहां से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम किया जा रहा है। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि PM मोदी ने टेलीफोन पर बातचीत के माध्यम से गुजरात में तूफान बिपरजॉय की स्थिति और तैयारियों के बारे में जानकारी ली। मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है और मछुआरों को समुद्र में जाने से रोका गया है।
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अभी तक 7500 लोगों को शिफ्ट किया जा चुका है। बताया जा रहा है कि, बिपरजॉय के आगे बढ़ने की गति तेज हो गई है और अब वह द्वारका से सिर्फ 280 किमी दूर है। गुजरात के हाल जानने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से बात की है। 14 जून की तुलना में 15 जून को ज्यादा बारिश होने का अनुमान है। गुजरात में NDRF की टीमों को मुस्तैद रखा गया है। तटीय इलाकों में 200 एंबुलेंस तैनात की गई है।