कोलकाता: अल-कायदा और आईएसआईएस से जुड़े होने के शक में गिरफ्तार 10 आतंकियों से एनआईए की पूछताछ जारी है। इसी पूछताछ में एक बड़ा खुलासा हुआ है। पूछताछ में जांच एजेंसी को अब पता चला है कि ये भारत में अलग तरह का मॉड्यूल बना रहे थे और आतंकियों को भारत के ही दो राज्यों के जंगलों में ट्रेनिंग दी जानी थी।
एनआईए ने संदिग्धों को जब पकड़ा था, तब इनके बारे में कम ही सूचना थी. लेकिन अब ये साफ हो गया है कि ये लोग न सिर्फ आईएसआईएस से जुड़े थे, बल्कि अलकायदा से भी इनके तार जुड़े थे। ये गिरफ्तारियां पिछले साल से ही चल रही हैं, जिसमें से बीरभूम जिले का रबीउल इस्लाम सबसे ज्यादा कट्टर है।
वहीं, बांग्लादेश के निवासी अल मामून, अल अमीन और मोहसिन भी लंबे समय से आतंकवादी विचारधारा से जुड़े हुए हैं। इन्हें कोलकाता एसटीएफ ने बीरभूम के उलूबेरिया से गिरफ्तार किया गया था। बांग्लादेशी आतंकी मोहसिन बांग्लादेश में आईएस के प्रमुख रहे नसरुल्लाह का काफी करीबी था, लेकिन नसरुल्लाह के पकड़े जाने के बाद वो बाकियों के साथ भागकर भारत आ गया था और उलूबेरिया में रहने लगे।
आईएसआईएस से जुड़े रबीउल ने 37 लोगों को अपने साथ जोड़ा था. उसका इरादा उत्तर प्रदेश या केरल के किसी जंगल में इन्हें ट्रेनिंग देने की थी, लेकिन उससे पहले गिरफ्तारी होने से सारी रणनीति धरी की धरी रह गई थी।