मिशन चंद्रयान – 3 : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का मिशन चंद्रयान 3 अपना परचम लहराने के लिए चंद्रमा की और तेजी से बढ़ रहा है। भारत के ऐतहासिक मिशन चंद्रयान – 3 की कामयाबी दिन प्रतिदिन नजर आ रही है। धीरे-धीरे जमीन से चलकर पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण से कामयाबी के साथ बाहर निकलने के बाद अब चंद्रयान – 3 चाँद की तरफ अपने कदम बड़ा चुका है।
पृथ्वी के पांच चक्कर लगाने के बाद अब चंद्रयान – 3 चाँद की कक्षा में पहुँचने के लिए तैयार है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) से मिली जानकारी के अनुसार चंद्रयान – 3 चांद के ऑर्बिट में आ है, अब सतह पर उतरना बाकी है। बता दें कि चंद्रयान – 3 को चाँद की कक्षा में प्रवेश करने के चंद्रयान गति को कम करते हुए प्रवेश करवाया गया। यह (ISRO) और पूरे देश के लिए बहुत बड़ी खबर है।
चंद्रयान ने चंद्रमा की बाहरी कक्षा पकड़ ली है. अब चंद्रयान-3 चंद्रमा के चारों तरफ 166 km x 18054 किलोमीटर की अंडाकार कक्षा में चक्कर लगाएगा। इसरो ने चंद्रयान-3 को चंद्रमा के ऑर्बिट को पकड़ने के लिए करीब 20 से 25 मिनट तक थ्रस्टर्स ऑन रखा। इसी के साथ चंद्रयान चंद्रमा की ग्रैविटी में फंस गया। अब वह उसके चारों तरफ चक्कर लगाता रहेगा।
अब चंद्रयान – 3 चाँद की कक्षा में प्रवेश के बाद चाँद के चक्कर लगाने के लिए चल देगा। चंद्रयान 3 की पल पल की जानकारी (ISRO) आधिकारिक रूप से अपने सारे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साँझा कर रहा है। हर भारतीय को चंद्रयान – 3 से उम्मीद है कि चंद्रयान ऐसा करने में सफल होगा। इससे पहले भी भारतीय वैज्ञानिकों ने इस काम में दो बार सफलता हासिल की है। लेकिन चंद्रयान 3 का उद्देश्य न केवल चंद्रमा की कक्षा में जाना है इसका उद्देश्य सतह पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग करना है।