केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में बढ़ती आतंकी घटनाओं पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को एक अहम बैठक बुलाई. इस बीच जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ चल रही है. इस ऑपरेशन के दौरान भारतीय सेना की 48 राष्ट्रीय राइफल्स के एक कैप्टन शहीद हो गए. यह जानकारी सेना की ओर से दी गई है. साथ ही अधिकारियों का कहना है कि चार आतंकियों के मारे जाने की संभावना है.
सुरक्षा बलों ने शिवगढ़-असर बेल्ट में छिपे आतंकवादियों के एक समूह को घेर लिया है। साथ ही इलाके में सर्च ऑपरेशन भी चलाया जा रहा है. घने जंगल के कारण जवानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. जानकारी के मुताबिक मुठभेड़ के दौरान एक नागरिक भी घायल हुआ है, जिसका इलाज चल रहा है. वहीं जवानों ने आतंकियों के कब्जे से एक एम-4 राइफल और 3 बैग बरामद किए हैं. मुठभेड़ कल पटनीटॉप से सटे जंगल अकार इलाके में शुरू हुई थी. भारतीय सेना ने इस ऑपरेशन को ऑपरेशन असर नाम दिया है.
दिल्ली में हुई उच्च स्तरीय बैठक
इधर, जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा को लेकर दिल्ली में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, सैन्य संचालन महानिदेशक-लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा और सुरक्षा प्रमुखों संबंधित एजेंसियों ने भाग लिया। यह बैठक साउथ ब्लॉक में आयोजित की गई है. घटना स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले 15 अगस्त की है. स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
अनंतनाग मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए
इससे पहले 10 अगस्त को अनंतनाग में आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए थे और एक नागरिक की मौत हो गई थी. यह मुठभेड़ अनंतनाग के कोकरनाग इलाके में भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा शुरू किए गए संयुक्त अभियान के दौरान शुरू हुई। हवलदार दीपक कुमार यादव और लांस नायक प्रवीण शर्मा की अनंतनाग में ड्यूटी के दौरान जान चली गई। थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेन्द्र द्विवेदी और भारतीय सेना के सभी रैंकों ने मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए हवलदार दीपक कुमार यादव और लांस नायक प्रवीण शर्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की। जुलाई में, गृह मंत्रालय (एमएचए) ने लोकसभा को बताया कि इस साल 21 जुलाई तक 11 आतंक संबंधी घटनाओं और 24 आतंकवाद विरोधी अभियानों में नागरिकों और सुरक्षा कर्मियों सहित 28 लोग मारे गए हैं।