बैंक हड़ताल : जरूरी कामकाज है तो तुरंत निपटा लें, इस तारीख को बंद रहेंगी बैंक

rohit_kanude
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देश भर में बैंक कर्मचारियों द्वारा हड़ताल किया जा रहा है। जिसकी वजह से बैंकिंग से जुड़ी सारी सेवाएं प्रभावित हो सकती है। इसके लिए आपके बैंक से जुड़े सभी कामकाज तुरंत निपटा लीजिए। अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (AIBEA) ने 19 नवंबर को एक दिन के हड़ताल का आह्वान किया है।

इल बैंक ने दी सूचना

हड़ताल से एटीएम सहित सभी बैंकिंग सेवाएं इस दिन प्रभावित रहेंगी। पब्लिक सेक्टर के बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) ने शेयर बाजारों को भेजे एक सूचना में बताया, अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ के महासचिव ने भारतीय बैंक एसोसिएशन को हड़ताल का नोटिस दिया है। नोटिस में बताया गया है कि एआईबीईए के सदस्यों ने अपनी मांगों के समर्थन में 19 नवंबर 2021 को हड़ताल पर जाने का प्रस्ताव रखा है।

ये बड़ी वजह बताई

बैंक ने बताया कि, वह हड़ताल वाले दिन में बैंक की ब्रांच और ऑफिसों में कामजारी जारी रखने के लिए जरूरी कदम उठा रहा है, हालांकि हड़ताल अगर होती है बैंकिंग सेवाएं उस दिन प्रभावित रह सकती हैं।

बैंकरों पर बढ़े हैं हमले

इससे पहले अक्टूबर में एआईबीईए के महासचिव सीएच वेंकटचलम ने एक बयान में कहा था, “यूनियन में सक्रिय रहने वाले बैंकरों को निशाना बनाकर उत्पीड़न किए जाने के विरोध में उनके सदस्य हड़ताल करेंगे। उन्होंने कहा था, “हाल ही में ऐसे बैंकरों पर हमले न केवल बढ़े हैं, बल्कि उनके खिलाफ उठाए जा रहे सभी कदमों में एक तरफ की समानता दिख रही है. इन हमलों में एक साजिश है. पागलपन का भी कोई न कोई तरीका होता है। इसलिए हमें एआईबीईए के स्तर पर इन हमलों का विरोध, जवाबी कार्रवाई और प्रतिकार करना होगा।

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वेंकटचलम का दावा है कि एआईबीईए यूनियन के सदस्य बैंकरों की हाल में सोनाली बैंक, MUFG बैंक, फेडरल बैंक और स्टैंडर्ड चार्टर्ड सहित कई बैंकों से बर्खास्तगी/छंटनी की गई है। उन्होंने कहा कि 3,300 से अधिक क्लर्क कर्मचारियों को एक स्टेशन से दूसरे स्थान पर ट्रांसफर किया गया है, जो द्विपक्षीय समझौता और बैंक-स्तरीय समझौता का उल्लंघन है।

इस बीच, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशंस (एआईबीओसी) ने भी विदेशी बैंक स्टैंडर्ड चार्टर्ड पर ह्यूमन रिसोर्स से जुड़े नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया है। साथ ही उसने एक विस्तृत मेमोरंडम सौंपते बैंक के सीईओ से तत्काल इस मामले में उचित कदम उठाने की भी अपील की है। यूनियन ने यह भी आरोप लगाया कि बैंक कई बार याद दिलाने के बावजूद एसोसिएशन ऑफ स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक ऑफिसर्स (कोलकाता) को मान्यता देने में देरी कर रहा है।