AU स्मॉल फाइनेंस बैंक का ‘एयू उद्योगिनी’ कार्यक्रम मध्य प्रदेश के मंदसौर से शुरू

Shivani Rathore
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मंदसौर : भारत के सबसे बड़े स्मॉल फाइनेंस बैंक, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक ने 2020 से राजस्थान में सफलतापूर्वक लागू करने के बाद, आज मध्य प्रदेश में अपना ‘एयू उद्योगिनी’ कार्यक्रम शुरू किया। एयू उद्योगिनी कार्यक्रम आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों की ग्रामीण महिलाओं को उनकी उद्यमी बनने की यात्रा में सहयोग देकर उन्हें सशक्त बनाता है। यह लॉन्च एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक की सीएसआर विंग, एयू फाउंडेशन की छठी वर्षगांठ के मौके पर किया गया।

मंदसौर के गरोठ तहसील में आयोजित लॉन्च कार्यक्रम में चन्दर सिंह (MLA), रंजीत सिंह (प्रेसिडेंट गरोठ तहसील), राजेश (पूर्व चेयरमैन, गरोठ), राजेंद्र चौधरी (पूर्व पार्षद, गरोठ), भगवन सिंह (पूर्व प्रेसिडेंट, गरोठ) की उपस्थिति रही। उनकी उपस्थिति ने इस महत्वपूर्ण पहल के प्रति समुदाय के समर्थन और प्रतिबद्धता को दिखाया। इस अवसर पर एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक (एयू एसएफबी) के अभिनव जैस्वाल (क्लस्टर हैड), पीयूष बरडिया (AVP) भी उपस्थितथे।

एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक (एयू एसएफबी) ने आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़े वर्ग की ग्रामीण महिलाओं को मदद करने के उद्देश्य से एयू उद्योगिनी कार्यक्रम डिजाइन किया है, ताकि यह ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा दे सके। कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण में शामिल हैं:

  • सपोर्ट के लिए प्रारंभिक पूंजी (सीड कैपिटल): महिलाओं को अपना कारोबार शुरू करने में मदद करने के लिए वित्तीय सहायता।
  • बिजनेस डेवलपमेंट ट्रेनिंग: महिलाओं को अपने कारोबार के प्रबंधन और विकास के लिए जरूरी स्किल यानी कौशल और ज्ञान देने के लिए व्यापक ट्रेनिंग सेशन। इसमें लीडरशिप, बिजनेस डेवलपमेंट, अकाउंटिंग, वित्तीय साक्षरता और डिजिटल साक्षरता पर केंद्रित ट्रेनिंग सेशन शामिल हैं।
  • मेंटोरशिप और नेटवर्किंग: सस्टेनेबल विकास और सफलता सुनिश्चित करने के लिए लगातार सहयोग और नेटवर्किंग के अवसर।

अब तक, एयू उद्योगिनी ने राजस्थान के 398 गांवों में 872 महिला उद्यमियों को समर्थन दिया है, जिससे ग्रामीण समुदायों में सामाजिक-आर्थिक प्रगति हुई है। यह कार्यक्रम अक्टूबर 2020 में लॉन्च किया गया, और शुरुआत में कोविड-19 महामारी के दौरान प्रभावित दैनिक वेतन भोगी परिवारों की महिलाओं के लिए उद्यमिता के अवसर खोजने पर ध्यान केंद्रित किया।

पिछले कुछ साल में, इसने ग्रामीण क्षेत्रों में पिछड़े बैकग्राउंड की महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए अपना दायरा बढ़ाया है, जिससे उनकी पारिवारिक आय में बढ़ोतरी हुई है। यह कार्यक्रम नीति आयोग द्वारा परिभाषित जिलों में अपने संचालन को लागू करके मानव विकास सूचकांक में भारत की रैंकिंग में सुधार करने की नीति आयोग की महत्वाकांक्षी योजना के अनुरूप भी है।

इस अवसर पर एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के फाउंडर, एमडी और सीईओ, संजय अग्रवाल ने कहा, “मध्य प्रदेश में हमारा विस्तार एयू उद्योगिनी के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो राजस्थान के ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने में हमारी सफलता पर आधारित है। ग्रामीण महिला उद्यमियों के बीच वित्तीय स्वतंत्रता को बढ़ावा देकर, हम उन्हें क्षेत्रीय और राष्ट्रीय आर्थिक विकास दोनों में योगदान करने में सक्षम बना रहे हैं।

हर पृष्ठभूमि और भूगोल से महिलाओं को शामिल करना आवश्यक है, क्योंकि वे हमारे देश की मानव शक्ति का लगभग 50% हिस्सा हैं और हमारे आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। कार्यक्रम गरोठ तहसील में लगभग 40 महिला उद्यमियों के साथ शुरू हुआ है, और हमारा लक्ष्य मार्च 2026 तक मध्य प्रदेश में कम से कम 1200 महिला उद्यमियों को प्रशिक्षित करना है। हम इस पहल से इन महिलाओं और अपने समुदाय के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव की उम्मीद करते हैं।”

इस साल मई में, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक ने इस कार्यक्रम में ट्रेनिंग पा चुकी महिलाओं को उनके कारोबार के लिए एक समर्पित स्थान प्रदान करने और उनमें स्वामित्व की भावना को बढ़ावा देने के लिए नवरंगपुरा, जयपुर में एयू उद्योगिनी मार्ट लॉन्च किया था। मार्ट वन-बिजनेस-वन-शॉप मॉडल के अनुसार है, जो किसी कारोबार को चलाने के लिए आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर और उपकरणों से परिपूर्ण है।