नवरात्रि का त्यौहार चल रहा है ऐसे में सभी भक्त नौ दिन तक माता के लिए उपवास रखते हैं। ऐसे में नवरात्रि सहित अन्य उपवास के दौरान आप जिस फलियारी सिंगाड़ा ओर राजगिरा आटे को खाते है। लेकिन वो फलियारी ना होकर चावल ओर मोरधन का आटा होता है। इस बात का हाल ही में खुलासा हुआ है।
बताया जा रहा है कि प्रदेश सरकार द्वारा मिलावटखोरो के खिलाफ जारी अभियान के तहत क्राइम ब्रांच और खाद्य विभाग की टीम के साथ भंवरकुआं पुलिस ने पालदा क्षेत्र में अग्रवाल गृह उद्योग पर छापा मार है। जिसमें बड़ी मात्रा में मिलावटी राजगिरा और सिंगाड़ा आटा जब्त किया गया है।
बता दे, राजगिरा और सिंगाड़ा आटा में मोरधन और चावल की चुरी को मिलाकर उससे फलियारी आटा तैयार किया जा रहा था। बड़ी बात ये है कि गंदगी में तैयार हो रहे आटे के नमूने टीम ने लेकर भंवरकुआं थाने पर अग्रवाल गृह उद्योग के संचालक ओमप्रकाश पिता राधेश्याम गर्ग निवासी मुराई मोहल्ला छावनी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।
दरअसल, अग्रवाल गृह उद्योग में अग्रवाल और आकाश सहित अन्य नामो से मिलावटी फलियारी आता तैयार कर इसे इंदौर के साथ आसपास के गांवों में खपाया जा रहा था। ऐसे में मौके से 10 टन से अधिक मिलावटी आटा ओर अन्य सामग्री मिली है। अग्रवाल गृह उद्योग में लंबे समय से इस तरह का मिलावटी आटे को तैयार किया जा रहा था । तो अब उपवास के दौरान बाजार में मिलने वाले फलियारी आटा खाने से बचे ।