इंदौर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सक्रियता काफी प्रबल है। शताब्दी वर्ष के अवसर पर संघ शहर में अब तक के सबसे बड़े पथ संचालन का आयोजन करने की योजना बना रहा है। 5 अक्टूबर को शहर के विभिन्न हिस्सों से हजारों स्वयंसेवक कदमताल करते हुए इसमें भाग लेंगे। इस आयोजन में डेढ़ लाख से अधिक लोगों की भागीदारी का लक्ष्य रखा गया है। स्वयंसेवक पिछले पंद्रह दिनों से घर-घर जाकर लोगों से संपर्क कर रहे हैं, और संघ का प्रयास है कि हर परिवार से कम से कम एक सदस्य इस संचलन में शामिल हो।
अधिकतम परिवारों से सहभागिता सुनिश्चित करने का लक्ष्य
आमतौर पर संघ का पथ संचालन हर साल दशहरे के दिन आयोजित किया जाता है, क्योंकि इसी दिन संघ की स्थापना हुई थी। इस वर्ष पथ संचालन दशहरे के तीन दिन बाद, यानी 5 अक्टूबर को निकाला जाएगा। पिछले साल इस कार्यक्रम में लगभग 60 हजार स्वयंसेवक शामिल हुए थे, जबकि शताब्दी वर्ष को ध्यान में रखते हुए इस बार दो लाख लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने की योजना बनाई गई है। संघ के स्वयंसेवक हर क्षेत्र से जुड़े लोगों से संपर्क कर उन्हें पथ संचालन में शामिल होने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं।
सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक
शहर में संघ के गणवेश सिलवाने की संख्या भी इस कारण बढ़ गई है। यह पहला अवसर है जब बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए शहर के विभिन्न स्थानों पर वस्तु भंडार खोले गए हैं। पथ संचालन सुबह 9 बजे शुरू होकर शाम पांच बजे तक जारी रहेगा। कुल 36 पथ संचालन अलग-अलग क्षेत्रों से निकलेंगे।
उनके स्वागत के लिए मंच लगाए जाएंगे और घरों से परिवार फूल बरसाकर स्वागत करेंगे। चूँकि 5 अक्टूबर रविवार है, इसलिए इस दिन पथ संचालन आयोजित करने का निर्णय लिया गया है, ताकि शहर में ट्रैफिक कम रहे और अधिक लोग इस कार्यक्रम का हिस्सा बन सकें।