भोपाल। बॉलीवुड की फिल्मों को लेकर इन दिनों सोशल मीडिया पर बायकॉट बॉलीवुड का ट्रेंड चल रहा है। जिसका असर हाल ही में रिलीज हुई फिल्मों लाल सिंह चड्ढा और रक्षाबंधन पर देखने को मिल रहा है। हालात ये है कि हाल ही में रिलीज हुई आमीर खान की फिल्म लाल सिंह चड्डा को दर्शक नहीं मिल रहे हैं और फिल्म को जैसे उम्मीद थी वैसे कमाई नहीं हुई। फिल्म लाल सिंह चड्डा को लेकर जिस तरह का वर्तमान में ट्रेंड है, अगर यही जारी रहा तो फिल्म फ्लॉप हो जाएगी। बॉलीवुड की फिल्मों के बायकॉट के ट्रेंड ने बी-टाउन स्टार्स और फिल्म मेकर्स को भी चिंता में डाल दिया है।
जिसको लेकर बॉलीवुड अभिनेता अर्जुन कपूर ने एक इंटरव्यू के दौरान बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘हमने इस बारे में चुप रहकर बड़ी गलती की है। जिसका लोग फायदा उठा रहे हैं और हमें नुकसान उठाना पड़ रहा है।’
एक्टर जनता को धमकाने की जगह अपनी एक्टिंग और अभिनय पर ध्यान दें
अर्जुन कपूर के इस बयान को दर्शकों ने धमकी के तौर पर लिया। इसकी वजह से उनकी किरकिरी भी हुई। लेकिन इस बयान को लेकर अब मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जवाब दिया है। गृहमंत्री ने कहा कि फिल्म अभिनेता अर्जुन कपूर का जनता को धमकाना ठीक बात नहीं है। जनता को धमकाने की जगह अपने अभिनय पर ध्यान देना चाहिए। आखिर अपनी फिल्मों में हिंदू धर्म को टारगेट करने वाले टुकड़े-टुकड़े गैंग के हिमायती कलाकार बॉयकॉट पर क्यों जनता को धमकाते हैं?
बुधवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कोई फ्लॉप एक्टर अगर जनता को धमकाए तो हम इसे अच्छा नहीं मानते हैं। ऐसे एक्टर जनता को धमकाने की जगह अपनी एक्टिंग और अभिनय पर ध्यान दें तो मैं समझता हूं ज्यादा अच्छा है। गृहमंत्री ने सवाल उठाते हुए है कि जो एक्टर ऐसा बयान देते हैं या फिर जो टुकड़े-टुकड़े गैंग के हिमायती हैं, उनके अंदर हिम्मत है कि वो हिंदू धर्म को छोड़कर किसी और धर्म पर विवादित बयान दें सकते हैं या फिर अन्य धर्म के देवी-देवताओं का अपमान कर सकते हैं। सिर्फ हमीं सनातनी लोगों के साथ ऐसा क्यों? गृहमंत्री ने कहा कि अब जनता जागरूक हो गई है। अब पहले जैसे मनमर्जी नहीं चलेगी।
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अर्जुन कपूर ने दिया था ये बयान
एक इंटरव्यू के दौरान अर्जुन कपूर ने कहा था कि हमने यह सोचकर बड़ी गलती कर दी कि हमारा काम ही बोलेगा। लेकिन अब लोगों ने इसे ट्रेंड बना लिया है। हम बहुत बर्दाश्त कर चुके हैं। ऐसे में अब वक्त आ गया है कि फिल्म इंडस्ट्री के लोगों को एक साथ आकर इस पर बात करनी चाहिए।