नई दिल्ली। अहमदाबाद सीरियल बम विस्फोट (2008) (Ahmedabad serial bomb blast) केस में गुजरात की एक अदालत ने 13 साल बाद फैसला आया है। अदालत ने 77 आरोपियों में से 10 को बरी कर दिया है। साथ ही इस मामले में कुल 49 आरोपियों को दोषी ठहराया गया और 28 को बरी कर दिया गया है। बता दें कि बीते साल तीन सितंबर महीने में 13 साल पहले हुए बम धमाकों के मामले में सुनवाई पूरी हो गई थी। हालांकि विशेष कोर्ट ने इस मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया था। वहीं इस लंबी सुनवाई के दौरान प्रॉसीक्यूशन ने 1100 गवाहों के बयान दर्ज किए।
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आपको बता दें कि, साल 2008 में हुए अहमदाबाद बम धमाकों (Ahmedabad serial bomb blast) में 56 लोगों की मौत हुई थी। जिसके बाद दिसंबर 2009 से इस मामले में सुनवाई चल रही थी। विशेष जज एआर पटेल ने गुरुवार को मामले की सुनवाई खत्म होने की घोषणा की थी। इसके बाद उन्होंने मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया गया। 26 जुलाई 2008 को अहमदाबाद शहर में 70 मिनट के अंतराल पर कुल 21 बम धमाके हुए थे। इन बम धमाकों में 56 लोगों की मौत हुई थी, वहीं करीब 200 लोग घायल हुए थे।
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पुलिस का दावा था कि इंडियन मुजाहिदीन से जुड़े लोगों ने इन बम धमाकों को अंजाम दिया था। इंडियन मुजाहिदीन को सिमी से जुड़ा संगठन बताया जाता है। साथ ही आरोपों में यह भी कहा गया था कि इंडियन मुजाहिदीन ने यह धमाके 2002 में हुए गोधरा कांड के बाद हुए दंगों का बदला लेने के लिए किया था और अहमदाबाद में धमाकों के कुछ दिन के बाद पुलिस ने सूरत में विभिन्न स्थानों से बम बरामद किए थे। जिसके बाद अहमदाबाद में 20 और सूरत में 15 एफआईआर दर्ज की गई थीं और फिर अब इस मामले में फैसला आया है।