उद्योग संवर्धन को लेकर बैठक आयोजित, पौधारोपण की संभावनाओं पर होगा काम

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उज्जैन 26 अगस्त। महिदपुर रोड में बन्द पड़ी शुगर मिल के स्थान पर अन्य उद्योग लगाये जाने की संभावनाओं पर कार्य किया जायेगा तथा बन्द शुगर मिल के मामले को निपटाने के लिये उद्योग विभाग से अनुमति ली जायेगी। इसी तरह महिदपुर रोड की पेयजल समस्या का निराकरण करने हेतु शिप्रा नदी पर बैराज अथवा वर्तमान में छोटी कालीसिंध नदी पर बने इन्दौख बांध से पानी पम्प कर महिदपुर रोड को पेयजल सप्लाय करने की योजना बनाई जायेगी। उक्त निर्णय महिदपुर रोड की पोरवाल धर्मशाला में उद्योग संवर्धन के लिये आयोजित बैठक में लिये गये। बैठक में विधायक बहादुरसिंह चौहान, कलेक्टर आशीष सिंह, जिला पंचायत सीईओ अंकित अस्थाना, एसडीएम कैलाशचंद्र ठाकुर सहित उद्योग, जल संसाधन, पीएचई, ऊर्जा, मत्स्य आदि विभागों के जिला अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में विधायक बहादुरसिंह चौहान ने कहा कि महिदपुर रोड (गोगापुर मंडी) में पहले शुगर मिल संचालित होती थी, किन्तु वह 1997 से बन्द है। महिदपुर रोड पश्चिमी रेलवे के माध्यम से दिल्ली एवं मुम्बई दोनों से ही जुड़ा है। यहां पर उद्योग लगाये जाने की अच्छी संभावना है। उन्होंने कहा कि महिदपुर रोड को पेयजल सप्लाय के साथ-साथ यहां लगने वाले उद्योगों के लिये पानी की व्यवस्था करने के लिये शिप्रा नदी पर जल आवर्द्धन योजना बनाने की भी आवश्यकता है।
कलेक्टर आशीष सिंह ने बैठक में कहा कि महिदपुर रोड चूंकि बड़ी रेलवे लाइन पर स्थित है, इसलिये यहां खाद्य प्रसंस्करण के उद्योग लगाये जाने की अच्छी संभावना है। कलेक्टर ने बन्द शुगर मिल के जमीन के प्रकरण को समस्त लाईबलिटिस के साथ निराकरण करने के निर्देश उद्योग विभाग को दिये हैं। उन्होंने कहा कि उद्योग लगाने हेतु महिदपुर रोड में इंवेस्टर्स को आमंत्रित कर इंवेस्टर मीट का आयोजन किया जा सकता है। बैठक में कलेक्टर ने जल संसाधन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एवं ऊर्जा विभाग को महिदपुर रोड में पेयजल पहुंचाने एवं यहां लगने वाले उद्योगों के लिये आवश्यक जल की उपलब्धता करवाने के लिये कार्य योजना बनाने के निर्देश दिये हैं। बैठक में बताया गया कि महिदपुर विधानसभा के 244 ग्रामों में पेयजल प्रदान करने के लिये पृथक से कार्य योजना तैयार की जा रही है। जल संसाधन विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि महिदपुर तहसील में हरबाखेड़ी डेम में 10.61 एमसीएम क्षमता तथा इन्दौख में बनाये गये डेम में 28.28 एमसीएम जलभराव की क्षमता है, इसलिये इस क्षेत्र में पानी सप्लाय करने में कोई परेशानी नहीं आयेगी। उद्यानिकी विभाग द्वारा बताया गया कि यहां पर दो कृषक उत्पादक कंपनियों के गठन की तैयारी चल रही है। रणायरापीर ग्राम के आसपास के 100 किसान मिलकर उत्पादक समूह बनाकर अपने कृषि उत्पादों का विक्रय इन्दौर व उज्जैन शहर में करेंगे। बैठक में जिला पंचायत सदस्य किशोर शर्मा, कमलकिशोर त्रिवेदी, जनपद अध्यक्ष के प्रतिनिधि मौजूद थे।


गोगापुर में पौधारोपण किया
विधायक बहादुरसिंह चौहान, कलेक्टर आशीष सिंह एवं जिला पंचायत सीईओ अंकित अस्थाना ने उद्योग संवर्धन की बैठक के उपरान्त गोगापुर की शासकीय भूमि पर किये जा रहे पौधारोपण का अवलोकन किया तथा वहां पर उन्होंने नीम, पीपल और बड़ की त्रिवेणी का पौधारोपण किया।