NEET PG Counselling: बातचीत से नहीं निकला हल, रेजिडेंट डॉक्टर्स ने रखी दो मांग

Akanksha
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Resident Doctors Protest NEET PG Counselling: नीट पीजी काउंसलिंग में हो रही देरी के खिलाफ रेजिडेंट डॉक्टर्स का विरोध प्रदर्शन तेजी से बढ़ता जा रहा है। बता दें कि, रेजिडेंट डॉक्टर्स फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे हैं। यह प्रदर्शन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार से और तेज हो गया है। सोमवार को प्रदर्शन ने तेजी पकड़ते हुए रेजिडेंट डॉक्टर्स ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) के आवास की ओर मार्च किया और उनमें से कई को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।

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वहीं FORDA ने दावा किया कि पुलिस ने डॉक्टरों के साथ बदसलूकी की है। इसी कड़ी में बीते दिन यानी मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने FORDA के प्रतिनिधियों को ‘इमरजेंसी मीटिंग’ के लिए बुलाया था। लेकिन इस मीटिंग से भी प्रदर्शनकारी डॉक्टर्स संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने अपनी मांगें पूरी नहीं होने तक विरोध जारी रखने की बात कही।

इस मीटिंग के बाद FORDA ने एक बयान जारी कर बताया कि NEET PG Counselling में तेजी लाने के लिए बुलाए गए आंदोलन का आज (28 दिसंबर) 12वां दिन था। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक बुलाई थी, जिसमें सभी मुद्दों को रखा गया था। हालांकि, सरकार की प्रतिक्रिया संतोषजनक नहीं थी। बयान में आगे कहा गया कि दिल्ली पुलिस ने शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे रेजिडेंट डॉक्टर्स के साथ बदसलूकी की और उनसे माफी नहीं मांगी। पुलिस ने विरोध कर रहे डॉक्टरों पर FIR भी दर्ज की।

साथ ही FORDA ने कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जातीं, तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। FORDA के अध्यक्ष डॉ. मनीष कुमार ने बताया कि सोमवार की घटना की लिखित माफी और नीट पीजी काउंसलिंग में तेजी लाई जाए। स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ बैठक में डॉक्टरों ने अपनी दो मांगें रखींः-

1. सोमवार को दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों के साथ कथित तौर से मारपीट की, उसके लिए लिखित माफी मांगी जाए।

2. नीट पीजी 2021 की काउंसलिंग और प्रवेश प्रक्रिया में तेजी लाई जाएगी, इसका लिखित आश्वासन दिया जाए। इसके साथ ही नीट पीजी 2021 से जुड़े मामले को सुप्रीम कोर्ट में फास्ट ट्रैक तरीके से निपटाया जाए।