Indore: निरंजनपुर की गोल्डन पॉम बिल्डिंग में कैंसर पीड़ित पति पत्नी के फ्लैट पर ट्रांसपोर्टर द्वारा लंबे समय से किराएदार ने कब्जा कर लिया था। जिसको लेकर पीड़ित दंपति ने कुछ माह पूर्व कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई में अपनी पीड़ा जाहिर की थी। जिसको लेकर कलेक्टर सिंह ने तुरंत संज्ञान लेते हुए मामले पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। किराएदार द्वारा कई वर्षों से ना किराया दिया जा रहा था और ना ही मकान खाली किया जा रहा था। जिसके बाद रेंट कंट्रोल एक्ट के तहत एसडीएम अंशुल खरे ने बेदखली के आदेश जारी किए।
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इस दौरान जिला प्रशासन, नगर निगम व पुलिस की संयुक्त कार्यवाही के तहत किराएदार इंद्र प्रताप सिंह से फ्लैट को कब्जे से मुक्त कराया गया ।हालांकि इस दौरान किराएदार के परिवार की महिलाओं द्वारा कार्यवाही का विरोध भी किया गया ।लेकिन उनकी एक न चली और मकान खाली करवा कर तहसीलदार हरिशंकर विश्वकर्मा ने गौड़ दंपति को फ्लैट की चाबी सौंपी। वही फ्लैट की चाबी और कब्जा पाकर पीड़ित दंपत्ति ने कलेक्टर मनीष सिंह को भगवान तक का दर्जा दे दिया । उन्होंने कहा कि कलेक्टर मनीष सिंह ना होते तो शायद हमें अपना फ्लैट वापस नहीं मिलता । फ्लैट की चाबी पाकर श्रीमती शोभा गौड़ ने कलेक्टर मनीष सिंह को हृदय से धन्यवाद भी दिया ।