Indore News : खजराना गणेश मंदिर प्रबंध समिति की बैठक लंबे समय बाद आज शाम 5 बजे मन्दिर परिसर में होने जा रही है। इस बैठक में मुख्य रूप से 40 प्रस्तावों को स्वीकृति के लिए रखा जाएगा। इनमें से एक प्रस्ताव के मंदिर अधिनियम के उप नियमों में संशोधन का है। जिसके तहत सिर्फ भट्ट परिवार में जन्मे लोगों को ही मंदिर का पुजारी नियुक्त किया जाएगा। प्रस्ताव के तहत सिर्फ भट्ट परिवार में जन्मे लोगों को ही आगे भी मन्दिर का पुजारी बनाया जा सकेगा। अगर यह प्रस्ताव पारित हो जाता है तो इस परिवार में नहीं जन्मे वर्तमान 2 पुजारियों को मंदिर की पूजा से बाहर किया जा सकता है।
इनमें एक ऐसे वरिष्ठ पुजारी हैं जो श्रीमती अनीता भट्ट की ओर से अधिकृत हैं। लेकिन वह भट्ट परिवार में नहीं जन्मे हैं। वहीं एक अन्य वर्तमान पुजारी को मन्दिर के स्वर्गीय मुख्य पुजारी ने गोद लिया था। बताया जाता है कि भट्ट परिवार के पुजारियों ने पहले ही खजराना गणेश मंदिर में लागू वर्तमान विधान के खिलाफ इंदौर हाई कोर्ट में रिट अपील दायर कर रखी है जो अंतिम सुनवाई में है। जहां एक ओर भट्ट परिवार अधिनियम को ही नहीं मानना चाहता है और इसे निरस्त किए जाने की मांग को लेकर अदालत की शरण में जा चुका है वहीं दूसरी ओर इसी अधिनियम में संशोधन की भी मांग कर रहा है । यह दोनों एक साथ कैसे संभव है।
Also Read – Tithi : आज है मार्गशीर्ष शुक्ल नवमी तिथि, रखें इन बातों का ध्यान
अभी तक मन्दिर अधिनियम के तहत जिन पांच पुजारियों को पूजन कार्य के लिए आदेश दिया गया है उसमें भी स्पष्ट लिखा है की पुजारियों को सिर्फ पूजन व्यवस्था के लिए मानदेय पर रखा गया है पुजारियों को किसी प्रकार का स्वत्व प्राप्त नहीं है। बताया जाता है कि उक्त बैठक में पुजारियों के वेतन को एक लाख से बढ़ाकर 1 लाख 75 हजार करने का भी प्रस्ताव स्वीकृति के लिए रखा जाएगा। लेकिन संभव है कि मन्दिर समिति इसके लिए पुजारियों द्वारा कटोरा रखकर भक्तों से सीधे दान दक्षिणा नहीं लेने की शर्त लगा दे।
वहीं एक प्रमुख प्रस्ताव यह भी रखा जाने वाला है कि मन्दिर समिति एआईसीटीएसएल के सहयोग से एक ऐसी बस चलाएगा जिससे भक्त एक ही दिन में उज्जैन, ओंकारेश्वर, महेश्वर ,मंडलेश्वर के दर्शन कर सकें। इस बैठक में मंदिर परिसर में प्रकाश व्यवस्था के लिए सोलर पैनल लगाने का भी रखा जाएगा । मंदिर की साफ सफाई सुरक्षा व्यवस्था गौशाला निर्माण सहित 40 प्रस्तावों को भी स्वीकृति के लिए रखा जाएगा। उप नियम में संशोधन के लिए कलेक्टर की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय समिति बनाई गई है। जिसमें मंदिर की प्रशासक नगर निगम आयुक्त श्रीमती प्रतिभा पाल, अपर आयुक्त श्री वीरभद्र शर्मा, मन्दिर के पुजारी पंडित अशोक भट्ट मंदिर के प्रबंधक प्रकाश दुबे शामिल है।