राजेश ज्वेल
स्वच्छता के मामले में एक बार फिर देशभर में इंदौर का डंका बज गया है और स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के आज घोषित किए गए परिणामों में भी इंदौर ने शानदार चौका मारा और एक बार फिर नम्बर वन के खिताब को अपने नाम कर लिया। शहरभर में जश्न भी मनाया जा रहा है, क्योंकि इंदौर का यह कीर्तिमान भविष्य में भी कोई अन्य शहर नहीं तोड़ पाएगा।
केन्द्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीपसिंह सूरी ने आज दिल्ली में स्वच्छ भारत सर्वेक्षण 2020 की घोषणा के साथ पुरस्कार भी वितरित किए। कोरोना संक्रमण के चलते वर्चुअल समारोह आयोजित किया गया और इंदौर का पुरस्कार भोपाल में बैठकर वर्चुअल ही हासिल किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, नगरीय विकास और आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह, राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया के अलावा इंदौर की पूर्व महापौर श्रीमती मालिनी गौड़ और इंदौर को स्वच्छ बनाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पूर्व निगमायुक्त और वर्तमान कलेक्टर मनीष सिंह और निगमायुक्त प्रतिभा पाल भी मौजूद रहे। दो बार मनीष सिंह के नेतृत्व में और उसके बाद फिर दो बार पूर्व निगमायुक्त आशीष सिंह, जो कि वर्तमान में उज्जैन कलेक्टर हैं के नेतृत्व में निगम ने यह उपलब्धि हासिल की है। पूर्व महापौर श्रीमती मालिनी गौड़ का कहना है कि लगातार चार बार इंदौर को नम्बर वन बनाने का पूरा श्रेय शहर की जनता और हमारे सफाई कर्मचारियों का है, जिन्होंने रात-दिन हर तरह के मौसम में स्वच्छता बनाए रखी। यहां तक कि अभी कोरोना संक्रमण के दौर में भी निगम का पूरा अमला लगातार काम करता रहा, जिसके चलते कुछ सफाईकर्मी संक्रमित भी हुए। कल 4 बजे रविन्द्रनाट्यगृह में निगम के सभी सफाईकर्मियों का सम्मान किया जाएगा और उन्हें लड्डू भी खिलाएंगे। इधर आज सुबह से ही शहर में जश्न मनाने की शुरुआत हो गई। सड़कों पर रंगोली सजाने, शाम को दीप जलाने, थाली बजाने की भी अपील जनता से की जा रही है। 11 बजे से शुरू इस अवॉर्ड समारोह को नगर निगम के भी अधिकारियों-कर्मचारियों ने निगम परिषद् हाल में लाइव प्रसारण के जरिए देखा।