नई दिल्ली। देशभर में जहां एक ओर चीन के सामनों का बहिष्कार किया जा रहा है वहीं चीन के पीपल्स बैंक ऑफ चाइना ने आईसीआईसीआई बैंक में हिस्सेदारी खरीदी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इससे पहले भी चीन के केंद्रीय बैंक ने एचडीएफसी में अपना निवेश बढ़ाकर 1 फीसदी से ज्यादा किया था। हालांकि चीनी बैंकों के इस निवेश पर जानकारों का कहना है कि इससे देशहित के लिए किसी तरह का खतरा नहीं है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पीपल्स बैंक ऑफ चाइना म्यूचुअल फंडों, बीमा कंपनियों सहित उन 357 संस्थागत निवेशकों में शामिल है जिन्होंने आईसीआईसीआई बैंक के क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट ऑफर में 15,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
बता दें कि चीन के केंद्रीय बैंक ने आईसीआईसीआई में महज 15 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इसके अलावा बैंक के विदेशी निवेशकों में सिंगापुर की सरकार, मॉर्गन इनवेस्टमेंट, सोसाइटे जनराले आदि शामिल हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चीन का केंद्रीय बैंक अब अमेरिका की जगह भारत जैसे दूसरे देशों में निवेश बढ़ा रहा है। हालांकि भारतीय सरकार ने विदेशी पोर्टफोलियो निवेश के नियम में और सख्ती भी बढ़ा दी है। खासकर चीन या अन्य पड़ोसी देशों से आने वाले निवेश के लिए सख्त नियम बनाए गए हैं।