इंदौर 13 अगस्त,2020
इंदौर जिले में जिला प्रशासन द्वारा कोविड-19 के अंतर्गत होम क्वारंटाइन/होम आइसोलेशन में रखे जाने वाली सावधानियों, प्रक्रिया एवं बचाव के उपाय के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं। उक्त दिशा-निर्देशों का अनुशासन के साथ पालन करना जरूरी है। इस संबंध में कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी मनीष सिंह ने आदेश जारी कर दिये हैं।
वर्तमान में कोविड-19 (कोरोना वायरस) संक्रमण विश्व के बहुत से देशों में फैल चुका है तथा लगभग लाखों लोग इससे प्रभावित हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोविड-19 (कोरोना वायरस) रोग के फैलने की गंभीर स्थिति को देखते हुए इसे महामारी घोषित किया गया है। इस संक्रमण को रोकने हेतु देश के अधिकांश जिलों के साथ इन्दौर जिले में भी एहतियात बतौर मानव स्वास्थ्य के प्रति संभावित खतरे को दृष्टिगत् रखते हुवे कोविड-19 (कोरोना वायरस) रोग से बचाव तथा रोकथाम हेतु शासन द्वारा होम आइसोलेशन या होम क्वारंटाइन में रखी जाने वाली सावधानियों की प्रक्रिया एवं घर पर कोविड-19 से बचाव हेतु दिशा निर्देश जारी किये गये हैं। इस महामारी से स्वयं एवं परिवार की सुरक्षा के लिए सभी सदस्य, बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सोशल डिस्टेंसिंग के साथ होम आइसोलेशन या होम क्वारंटाइन प्रक्रिया को अनुशासन के साथ पालन करना अनिवार्य है।
कोविड-19 (कोरोना वायरस) से संक्रमित वर्तमान में अधिकांश व्यक्ति बिना लक्षण के मिल रहे हैं। जिनको शासन द्वारा दिये गये निर्देशानुसार होम आइसोलेशन या होम क्वारंटाइन तथा संस्थागत क्वारंटाइन में रखे जाने हेतु जारी दिशा निर्देश निम्नानुसार है:-
होम आइसोलेशन में किसे रहना है ?
कोरोना वायरस संक्रमण से प्रभावित क्षेत्रों में होकर आये बिना लक्षण वाले लोग अथवा ऐसे व्यक्तियों के सम्पर्क में आये लोगों को होम आइसोलेशन में रहना चाहिए।
क्या करना है ?
एक ऐसे अलग हवादार कमरे में परिवार के अन्य सदस्यों से दूर रहे, जिसमें अलग बिस्तर और शौचालय की व्यवस्था हो और उस कमरे का उपयोग सिर्फ होम आइसोलेशन में रह रहा व्यक्ति ही करें। अपने उपयोग का सामान जैसे कपड़े, बर्तन, तोलिया आदि अलग रखें और खुद ही उन्हें रोज अच्छी तरह से विसंक्रमित और साफ करें । घर के भीतर किसी से भी मिलते समय मास्क पहनें। बार-बार साबुन तथा पानी से हाथ धोयें। गरम पानी पीयें, पौष्टिक आहार और तरल पदार्थ लेते रहें। सक्रिय बने रहें, योग, व्यायाम और प्राणायाम करें। पल्स ओक्सीमीटर से SPO2 लगातार नापें एवं अपना तापमान बार-बार देखें। यदि बुखार हो तो स्वास्थ्य विभाग को सूचित करें। अपने मोबाइल फोन में सार्थक एप्प, आरोग्य सेतु एप्प डाउनलोड कर, उसमें आवश्यक जानकारी रोज भरें। चिकित्सकीय परामर्श के अनुरूप हाईड्राक्सी क्लोरोक्वीन लें। विटामिन C युक्त पदार्थों का नियमित सेवन करें।
क्या नहीं करना है ?
घर के अन्य कमरो में ना जाएं। अपने उपयोग के अलावा अन्य चीजों को ना छुएं। इधर-उधर न थूकें। घर में यदि गर्भवती महिला, बच्चों, बुजुर्गों या पहले से गंभीर बीमार व्यक्ति है तो उनसे बिलकुल दूर रहें या फिर बेहतर होगा कि आप होम क्वारंटाइन के बजाये संस्थागत क्वारंटाइन में चले जाऐ।
खतरे के लक्षण क्या है ?
लगातार तेज बुखार। सीने अथवा गले में लगातार दर्द या भारीपन। मानसिक भ्रम या सचेत होने में कठिनाई। होंठ तथा चेहरे का नीला पड़ना। उक्त लक्षण होने पर तुरन्त स्वास्थ्य अधिकारियों को सूचित करें।
देखभाल करने वाले लोगों को क्या-क्या करना है ?
जब होम क्वारंटाइन व्यक्ति के संपर्क में आयें, तो मास्क पहन कर रखें। घर के अन्य लोगों से सुरक्षित दूरी बनाकर चलें। अपने स्वयं के स्वास्थ्य का ध्यान रखें और सर्दी, जुकाम, बुखार जैसे लक्षण होने पर तुरंत जांच करवाएं। अन्य लोगों से नहीं मिलें-जुलें। ना ही किसी बाहरी लोगों को घर में आने दें । बाजार, पार्क, कार्यालय जैसे अन्य सार्वजनिक स्थानों पर नहीं जाएँ।
होम क्वारंटाइन में कितने दिन रहना है ?
कोविड-19 पुष्ट केस के संपर्क में आने की तारीख से 14 दिनों तक लक्षण रहित होने पर अथवा संदिग्ध इंडेक्स केस की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने तक अथवा चिकित्सकीय परामर्श तक होम क्वारंटाइन रहना है।
उपरोक्तानुसार समस्त नागरिकों हेतु घर पर कोविड-19 से बचाव हेतु दिशा निर्देश जारी किये गये हैं, जिसका पालन समस्त नागरिक एवं जन सामान्य को करना अनिवार्य है।