उज्जैन: मध्यप्रदेश के उज्जैन सेंट्रल जेल में बंद एक आरोपी के ऊपर सायबर हैकिंग का आरोप लगा है। आपको बता दें कि, जेल में बंद अपराधी ने हैकिंग के जरिए लाखों रुपये कमाने का आरोप है। इस मामले में जेल डीजी अरविंद कुमार ने दो जेलर समेत एक सिपाही को जेल मुख्यालय अटैच कर दिया है। अटैच किये गए जेलर संतोष लड़िया, जेलर सुरेश कुमार गोयल और सिपाही धर्मेंद्र नागदेव है। वहीं प्रदेश की सायबर पुलिस की जांच पूरी होने तक यह तीनों जेल मुख्यालय में ही अटैच रहेंगे।
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इसी मामले में अब जेल डीजी ने आदेश जारी कर दिया है। आपको बता दें कि हाल ही में भैरवगढ़ जेल से साइबर क्राइम कर देशी और विदेशी बैंक खाते हैक करने का चौकादेने वाला मामला सामने आया था। जिसमें उप अधीक्षक और जेलर ने जेल में बंद हैकर को लेपटॉप व इंटरनेट कनेक्शन की व्यवस्था दी। जिसकी वजह से साउथ कोरिया, सऊदी अरब और केलिफोर्निया से अपने खातों में विदेशी करंसी ट्रासंफर करवाई जा रही थी। वहीं जब इस मामले में खुद हैकर ने पिछले दिनों राज्य सायबर सेल को शिकायत की तो टीम भैरवगढ़ जेल पहुंची।
इसके बाद अधिकारियों से पूछताछ कर जांच शुरु कर बंदी को भोपाल जेल में ट्रांसफर किया है। इसी कड़ी में अब जांच में सामने आया कि जेल प्रशासन से जुड़े करीब आधा दर्जन अधिकारियों के खातों में लाखों रुपए पहुंचे हैं जिनके बारे में सायबर सेल की एसआईटी जांच कर रही है।









