इंदौर। नगर निगम के अपर आयुक्त रजनीश कसेरा का स्थानांतरण उपायुक्त भू अभिलेख के पद पर हो गया है। लंबे समय बाद रजनीश कसेरा का वनवास समाप्त होने के बाद उन्होंने राहत की सांस ली है।
किसी समय नगर निगम में रजनीश कसेरा आयुक्त आशीष सिंह के सबसे चहेते अधिकारियों में गिने जाते थे। नगर निगम के लगभग सभी मलाईदार विभाग इनके ही पास थे। लेकिन आशीष सिंह के उज्जैन कलेक्टर बनकर जाने के बाद समय ने ऐसी करवट बदली की कसेरा एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी की नजरों में चढ़ गए। उसी नगर निगम में वे दरकिनार हो गए। हालत यह तक हो गई कि उद्यान विभाग और विधि विभाग को छोड़कर एक-एक कर उनके सारे विभाग अन्य अपर आयुक्तों को दे दिए गए। रजनीश कसेरा नगर निगम से अपना स्थानांतरण उज्जैन या किसी अन्य विभाग में कराने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे थे, लेकिन उनकी एक नहीं चली। उन्हें यहीं नगर निगम में रहकर वनवास काटने जैसी स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया गया। पिछले कई माह से तो लोग अक्सर उन्हें अपने केबिन में बैठकर साहित्य की किताबें पढ़ते हुए देखते थे, क्योंकि उनके पास कोई काम नहीं था। अंततः उनका वनवास आज खत्म हुआ और अब वे राहत की सांस लेकर भू अभिलेख कार्यालय में अपनी सेवाएं देंगे।