इंदौर और भोपाल मेट्रो परियोजना में ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन (एएफसी) सिस्टम लागू करने को लेकर दिल्ली मेट्रो और मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इसके शुरू होने से यात्रियों को क्यूआर कोड और स्मार्ट कार्ड के जरिए टिकट लेने की सुविधा मिलेगी। फिलहाल दोनों शहरों के मेट्रो स्टेशनों पर मैन्युअल टिकटिंग जारी है, जिससे यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले एएफसी सिस्टम का टेंडर तुर्किये की एक कंपनी को दिया गया था, लेकिन विवाद के चलते वह करार रद्द कर दिया गया।
मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने इंदौर और भोपाल में टिकट कलेक्शन सिस्टम के लिए तुर्किए की कंपनी एसिस इलेक्ट्रॉनिक को 186 करोड़ रुपये का ठेका सौंपा था। हालांकि, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इसी कंपनी से जुड़े वेंचर एसिसगार्ड द्वारा पाकिस्तान को ड्रोन सप्लाई किए जाने की जानकारी सामने आई, जिनका इस्तेमाल भारत के खिलाफ किया गया था।
विरोध के बाद बदला गया फैसला, कंपनी की सेवाएं रद्द
विरोध के चलते मेट्रो रेल प्रबंधन ने संबंधित कंपनी की सेवाएं लेने से हाथ खींच लिए थे। अब ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन (एएफसी) सिस्टम लागू होने के बाद यात्रियों को स्मार्ट कार्ड और क्यूआर कोड के जरिए टिकट लेना सरल हो जाएगा। डीएमआरसी इंदौर और भोपाल मेट्रो के लिए यह अत्याधुनिक एएफसी सिस्टम स्थापित करेगा, जो सुरक्षित और संपर्क-रहित किराया भुगतान की सुविधा प्रदान करेगा। इसके शुरू होने से टिकट काउंटरों पर लगने वाली कतारों से राहत मिलेगी और यात्री सीधे मेट्रो में प्रवेश कर सकेंगे। दिल्ली मेट्रो की तर्ज पर यह व्यवस्था भोपाल और इंदौर में लागू की जाएगी।
अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन की तैयारी शुरू
रीगल तिराहा स्थित रानी सराय में बने पुराने एसपी कार्यालय परिसर में मेट्रो के अंडरग्राउंड स्टेशन के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। मेट्रो प्रबंधन द्वारा चयनित कंपनी ने अंडरग्राउंड परियोजना के तहत परिसर में टिनशेड लगाने का कार्य प्रारंभ कर दिया है। इसी क्षेत्र में स्टेशन निर्माण के लिए खुदाई की जाएगी। निर्माण कार्य के दौरान परिसर में स्थित ऐतिहासिक पुलिस भवन को किसी प्रकार की क्षति न पहुंचे, इसके लिए विशेष सावधानी बरती जा रही है।








