प्रदेश में लगातार महसूस हो रही कड़ाके की ठंड के बीच अब मौसम में हल्का बदलाव दिखाई देने लगा है। पिछले कुछ दिनों से उत्तर दिशा से आ रही ठंडी हवाओं के कारण तापमान तेजी से गिर रहा था, लेकिन अब हवाओं का रुख बदलने लगा है। पूर्वी दिशा से गर्माहट लिए हवाएँ आने के कारण रात के तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। इसके चलते भोपाल, इंदौर, राजगढ़ समेत कई शहरों में पड़ रही तीखी ठंड से कुछ हद तक राहत मिलने की उम्मीद बनी है। हालांकि प्रदेश के कुछ हिस्सों में गुरुवार को अब भी शीतलहर का असर महसूस किया गया। भोपाल, इंदौर, शाजापुर, नरसिंहपुर और शिवपुरी में ठंडी हवाएँ चलती रहीं, जबकि खंडवा और खरगोन में तीव्र शीतलहर की स्थिति बनी रही। प्रदेश में सबसे कम रात का तापमान राजगढ़ में 7.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जिसने कई इलाकों में सर्दी का असर और अधिक गहरा किया।
उज्जैन में दिन थोड़ा गर्म
दिन के तापमान में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। जहां रातें ठंडी रहीं, वहीं दोपहर के समय बेहतर धूप निकलने से कुछ शहरों में दिन अपेक्षाकृत गर्म रहे। उज्जैन में दिन का अधिकतम तापमान 29.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो प्रदेश में सर्वाधिक रहा। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दो दिन में शीतलहर से व्यापक राहत मिलने की संभावना है। वर्तमान में प्रदेश में हवाओं का रुख पूर्व की ओर मुड़ गया है, जिससे तापमान में बढ़ोतरी का रुझान जारी है। मौसम विज्ञान केंद्र का कहना है कि 22 नवंबर को दक्षिण–पूर्व बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने के संकेत मिले हैं। यह सिस्टम पश्चिम–उत्तर–पश्चिम दिशा की ओर बढ़ते हुए 24 नवंबर तक अवदाब में बदल सकता है। इस नए सिस्टम के कारण अगले कुछ दिनों के दौरान प्रदेश के मौसम में और बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
मौसम वैज्ञानिक: तापमान में हल्की बढ़ोतरी
मौसम विज्ञानी पी.के. रायकवार ने बताया कि जैसे ही हवाएँ पूर्वी दिशा से बहना शुरू हुईं, वैसे ही प्रदेश के कई हिस्सों में रात और दिन दोनों तापमानों में थोड़ा-थोड़ा सुधार देखने को मिल रहा है। उनका कहना है कि इस ट्रेंड के चलते आने वाले 48 घंटों में शीतलहर की पकड़ ढीली पड़ सकती है। वहीं मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि हवाओं में अब हल्की नमी भी शामिल होने लगी है, जिसका सीधा असर सुबह के मौसम पर दिख रहा है। कई शहरों में तड़के हल्की धुंध छाने लगी है। इससे दृश्यता में मामूली गिरावट देखने को मिल रही है। शुक्ला के अनुसार यह स्थिति अगले तीन से चार दिनों तक बनी रह सकती है। हालांकि उसके बाद एक बार फिर तापमान में गिरावट की संभावना जताई जा रही है, जिससे ठंड का असर दोबारा बढ़ सकता है।









