त्योहारी सीजन के चलते भारतीय रेलवे ने यात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए विशेष स्पेशल ट्रेन सेवा शुरू की है। यह सेवा 18 अक्टूबर 2025, शनिवार से मध्य प्रदेश के डॉ. अंबेडकर नगर (महू) और राजस्थान के जयपुर के बीच चलाई जाएगी। रेलवे प्रशासन का उद्देश्य यात्रियों को अधिक सुविधा प्रदान करना और भीड़भाड़ के बीच यात्रा को आसान बनाना है।
महू से जयपुर की विशेष ट्रेन
महू से जयपुर जाने वाली स्पेशल ट्रेन 19 अक्टूबर से 1 नवंबर 2025 तक संचालित होगी। यह ट्रेन सुबह 05:20 बजे महू स्टेशन से रवाना होकर शाम 18:10 बजे जयपुर पहुंचेगी। इस मार्ग में ट्रेन कई प्रमुख स्टेशनों पर ठहराव करेगी:
• इंदौर: 05:45/05:50
• रतलाम: 08:00/08:10
• मंदसौर: 09:40/09:42
• नीमच: 10:40/10:42
• चित्तौड़गढ़: 11:35/11:40
इस स्पेशल ट्रेन के माध्यम से यात्री समय पर सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का आनंद ले सकेंगे।
जयपुर से महू की विशेष ट्रेन
जयपुर से महू जाने वाली ट्रेन 18 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2025 तक चलेगी। यह ट्रेन शनिवार दोपहर 01:00 बजे जयपुर से रवाना होकर शनिवार रात 01:30 बजे महू पहुंचेगी। रतलाम मंडल में इसके प्रमुख ठहराव इस प्रकार होंगे:
• चित्तौड़गढ़: 06:40/06:50
• नीमच: 08:18/08:20
• मंदसौर: 09:20/09:22
• रतलाम: 11:00/11:10
• इंदौर: 01:00/01:05
इस ट्रेन के माध्यम से मध्य प्रदेश और राजस्थान के यात्री आसानी से आपस में जुड़ सकेंगे।
स्टेशनों पर ठहराव
विशेष स्पेशल ट्रेन दोनों दिशाओं में निम्नलिखित स्टेशनों पर ठहरेगी। जिसमे किशनगढ़, अजमेर, नसीराबाद, बिजयनगर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, नीमच, मंदसौर, रतलाम और इंदौर। इससे इन महत्वपूर्ण स्टेशनों के यात्रियों को भी सुविधा प्राप्त होगी और ट्रैवलिंग समय में व्यवधान नहीं आएगा।
यात्री सुविधाएं और कोच व्यवस्था
स्पेशल ट्रेन एलएचबी कोच रेक से संचालित की जाएगी। इसमें यात्री वर्ग के अनुसार विभिन्न कोच उपलब्ध होंगे:
• सेकंड एसी
• थर्ड एसी
• थर्ड एसी इकोनॉमी
• स्लीपर
• सामान्य श्रेणी
इस व्यवस्था से यात्री आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का लाभ उठा सकेंगे।
रेलवे प्रशासन का उद्देश्य
त्योहारी सीजन में यात्रियों की भीड़ और यात्रा में होने वाली कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए यह स्पेशल ट्रेन सेवा शुरू की गई है। इससे मध्य प्रदेश और राजस्थान के यात्रियों को आरामदायक, समयबद्ध और सुरक्षित यात्रा का अवसर मिलेगा। यात्रियों की सुविधा और मार्ग में आने वाले व्यवधानों को कम करने के लिए रेलवे ने यह कदम उठाया है।