दिल्ली के सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट की तर्ज पर भोपाल के अरेरा हिल्स पर प्रशासनिक कॉरिडोर बनाने की योजना अंतिम चरण में है। हाउसिंग बोर्ड अधिकारियों के अनुसार, 1000 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट में देश-विदेश की नामी आर्किटेक्चर कंपनियां रुचि दिखा रही हैं। इसमें वही कंपनियां भी शामिल हैं, जिन्होंने दुबई के बुर्ज खलीफा जैसी विश्वप्रसिद्ध इमारत की प्लानिंग की थी।
29 अगस्त को खुलेगा प्रोजेक्ट का अगला पन्ना
हाउसिंग बोर्ड ने जानकारी दी है कि 29 अगस्त को इस प्रोजेक्ट से जुड़ी तकनीकी बिड खोली जाएगी। इसके बाद केवल वही कंपनियां वित्तीय बिड तक पहुंच पाएंगी, जो तकनीकी मानकों पर खरी उतरेंगी। अभी तक करीब 25 बड़ी आर्किटेक्चर कंपनियां इस महत्वाकांक्षी योजना में रुचि जता चुकी हैं। 28 अगस्त तक टेंडर दाखिल किए जा सकते हैं।
विंध्याचल और सतपुड़ा भवन होंगे नए स्वरूप में विकसित
योजना के मुताबिक, भोपाल के पुराने प्रशासनिक केंद्र विंध्याचल भवन और सतपुड़ा भवन को पूरी तरह से नए सिरे से विकसित किया जाएगा। इन भवनों को आधुनिक आवश्यकताओं और भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया जाएगा। पूरा कॉरिडोर सतपुड़ा-विंध्याचल भवन से शुरू होकर बिरला मंदिर और आगे एमएलए क्वार्टर तक फैलेगा।
करोड़ों के प्रोजेक्ट में झुग्गियों का विस्थापन जरूरी
अरेरा हिल्स की तीन बड़ी स्लम कॉलोनियों को हटाए बिना यह प्रोजेक्ट पूरा नहीं हो सकता। बोर्ड अफसरों के अनुसार, स्लम रिहैबिलिटेशन योजना के तहत नगर निगम इन झुग्गियों का विस्थापन करेगा। हालांकि, काफी हद तक यह जमीन सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के लिए भी उपयोग में लाई जाएगी। इसी कारण, मुख्य सचिव अनुराग जैन ने भोपाल कलेक्टर और नगर निगम आयुक्त को झुग्गियों को जल्द से जल्द हटाने के निर्देश दिए हैं।
विदेशी आर्किटेक्ट भी ले रहे रुचि
इस प्रोजेक्ट में केवल भारतीय ही नहीं, बल्कि विदेशों में काम कर चुकी कई नामी आर्किटेक्चर कंपनियां भी भाग ले रही हैं। हाउसिंग बोर्ड के कार्यपालन यंत्री टीएस टिर्की के मुताबिक, “29 अगस्त को तकनीकी बिड खोली जाएगी। जो कंपनियां इसमें पास होंगी, वही फाइनेंशियल बिड तक पहुंचेंगी।”