इंदौर से शुरू हुआ डाबर का नया आयुर्वेदिक मिशन, पुदीना बना ‘वंडर हर्ब’

Srashti Bisen
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इंदौर से शुरू हुआ डाबर का नया आयुर्वेदिक मिशन, पुदीना बना ‘वंडर हर्ब’

भारत की प्रमुख आयुर्वेदिक कंपनी डाबर इंडिया लिमिटेड ने एक बार फिर पारंपरिक जड़ी-बूटियों को आधुनिक जीवनशैली से जोड़ने की दिशा में अहम कदम उठाया है। 24 जून 2025 को इंदौर में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में डाबर ने ‘पुदीना: प्राचीन आयुर्वेदिक चमत्कार’ नाम से एक जागरूकता अभियान की शुरुआत की।

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इस अवसर पर डाबर के हेड सीएसआर और कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन, ब्यास आनंद और वरिष्ठ आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. रुचि सिंह उपस्थित रहीं।

हज़ारों वर्षों पुरानी जड़ी-बूटी को मिला नया जीवन

कार्यक्रम के दौरान पुदीना को ‘वंडर हर्ब’ यानी चमत्कारी औषधीय पौधा घोषित किया गया। डॉ. रुचि सिंह ने बताया कि पुदीना ना केवल एक खुशबूदार पौधा है, बल्कि इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट्स और फाइटोन्यूट्रिएंट्स गर्मियों के दौरान पेट की अनेक समस्याओं में रामबाण की तरह काम करते हैं। तेज़ गर्मी, लू और बढ़ते तापमान के बीच, पेट से जुड़ी बीमारियां जैसे गैस, अपचन और अम्लता आम हो गई हैं। ऐसे में पुदीना एक प्राकृतिक, असरदार समाधान के रूप में उभरा है।

डाबर की प्रतिबद्धता, आधुनिक जीवनशैली के लिए आयुर्वेद

ब्यास आनंद ने कहा कि बदलती जीवनशैली और बढ़ते बहुकार्यशील जीवन में लोगों को तेज़ और सुरक्षित समाधान चाहिए। डाबर इस ज़रूरत को समझते हुए प्राकृतिक विकल्प उपलब्ध कराने में अग्रणी बना हुआ है। उन्होंने बताया कि डाबर का 100 वर्ष पुराना भरोसेमंद ब्रांड ‘पुदीन हरा’ पेट की समस्याओं से निजात दिलाने वाला एक सिद्ध समाधान है। यह उत्पाद पुदीना सत्व से युक्त है और इसके टैबलेट, लिक्विड, पाउडर और ‘पुदीन हरा फिज’ जैसे कई स्वरूप बाजार में उपलब्ध हैं।

पेट की दवाओं में मौजूद रसायनों का विकल्प है पुदीन हरा

डॉ. रुचि सिंह ने यह भी रेखांकित किया कि आजकल इस्तेमाल किए जाने वाले कई एंटासिड्स में एल्यूमीनियम या मैग्नीशियम हाइड्रॉक्साइड जैसे हानिकारक रसायन होते हैं, जिनका लंबे समय तक सेवन स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह हो सकता है। इसके विपरीत, डाबर का पुदीन हरा पूरी तरह से आयुर्वेदिक है और पेट की मरोड़, ऐंठन, गैस और अम्लता जैसी समस्याओं के लिए तेज़ और असरदार राहत प्रदान करता है।

पुदीना: पारंपरिक ज्ञान का आधुनिक समाधान

आयुर्वेद की पुरानी पांडुलिपियों के अनुसार, पुदीना लगभग 3,000 साल पुरानी औषधीय विरासत का हिस्सा है। इसमें मौजूद ‘मेन्थॉल’ नामक घटक पाचन एंज़ाइम्स को सक्रिय करता है, जिससे पाचन क्रिया तेज़ होती है और पेट की मांसपेशियों को आराम मिलता है। यही वजह है कि पुदीना को अब ‘वंडर हर्ब’ के रूप में एक नई पहचान मिली है और डाबर ने इसे गर्मी के मौसम में होने वाली आम समस्याओं से निपटने के लिए प्रमुख जड़ी-बूटी के रूप में पुनः प्रस्तुत किया है।