
इंदौर में नगर निगम की टीम ने आज एक चार मंजिला इमारत को विस्फोटकों की मदद से ढहा दिया। इमारत के 10 से अधिक पिलरों में विस्फोटक लगाए गए थे, जिनमें एक साथ धमाका हुआ। महज 5 सेकेंड में पूरा ढांचा ध्वस्त हो गया और आसपास धूल का घना गुब्बार छा गया।
एक दिन पहले भी नगर निगम की टीम ने यहां कार्रवाई की थी और जेसीबी मशीन से बिल्डिंग तोड़ने की कोशिश की गई थी। हालांकि, इस दौरान ढांचा जेसीबी पर गिरने का खतरा उत्पन्न हो गया। सुरक्षा जोखिम को देखते हुए आज इमारत में विस्फोटक लगाकर उसे नियंत्रित तरीके से गिराया गया।

ढहती इमारत जेसीबी पर बन रही थी खतरा
नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को टीम इमारत को हटाने के लिए मौके पर पहुंची थी। कार्रवाई के दौरान जेसीबी की मदद से बिल्डिंग की निचली दीवारों को तोड़ा गया। लेकिन जैसे-जैसे ढांचा कमजोर होता गया, इमारत के जेसीबी पर गिरने की आशंका बढ़ गई। ऐसे में जितना सुरक्षित रूप से संभव था, उतना ही हिस्सा हटाया गया। इसके बाद आज टीम ने दोबारा पहुंचकर विस्फोटक की मदद से इमारत को गिराया।
नाले के किनारे खड़ी थी इमारत, निगम ने की सख्त कार्रवाई
नगर निगम ने जोन-22 के वार्ड क्रमांक 31 में स्थित एक चार मंजिला व्यवसायिक इमारत पर कार्रवाई की है, जो नाले से सटी हुई थी। जानकारी के अनुसार, डॉ. इजहार मुंशी द्वारा पीयू-4 क्षेत्र के प्लॉट नंबर 234 पर यह निर्माण किया जा रहा था। यह इमारत स्वीकृत नक्शे और भूमि विकास नियमों का उल्लंघन करते हुए बनाई जा रही थी। नियमानुसार, नाले से कम से कम 9 मीटर की दूरी तक किसी भी प्रकार का पक्का निर्माण वर्जित है, इसके बावजूद नियमों की अनदेखी करते हुए इमारत नाले के बिल्कुल किनारे खड़ी कर दी गई थी।
निर्माण में बेसमेंट भी शामिल कर लिया गया था, साथ ही भवन के आगे और पीछे के हिस्सों को भी पूरी तरह ढंक दिया गया था। बताया गया है कि डॉ. मुंशी,
संभागीय संयुक्त संचालक कार्यालय में पदस्थ हैं। नगर निगम द्वारा उन्हें कई बार नोटिस जारी कर अवैध निर्माण हटाने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन पालन नहीं किया गया। अंततः निगम ने कार्रवाई करते हुए इमारत को ढहा दिया।
विस्फोटक भरकर उड़ाए गए 10 से ज्यादा पिलर
नगर निगम अधिकारियों के अनुसार, विशेषज्ञों की सहायता से इमारत के 10 से अधिक पिलरों में विस्फोटक सामग्री लगाई गई थी। विस्फोट से पहले पूरे क्षेत्र में आवाजाही पूरी तरह से बंद कर दी गई थी। जैसे ही विस्फोट हुआ, चंद सेकेंड में चार मंजिला इमारत ढहकर धराशायी हो गई। इस दौरान निगम की टीम ने पूरी सतर्कता बरती और यह सुनिश्चित किया कि कोई दुर्घटना न हो।