मध्यप्रदेश के बीना शहर में देश का दूसरा सबसे बड़ा और राज्य का पहला पेट्रोकेमिकल प्लांट स्थापित होने जा रहा है। भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) द्वारा 49 हजार करोड़ रुपए की लागत से बीना रिफाइनरी का विस्तार कार्य शुरू कर दिया गया है।
यह प्रोजेक्ट न सिर्फ क्षेत्र के औद्योगिक विकास को नई दिशा देगा, बल्कि इसे मध्यप्रदेश का औद्योगिक हब बनाने की दिशा में भी एक बड़ा कदम माना जा रहा है।

200 से अधिक उत्पाद होंगे तैयार
इस अत्याधुनिक पेट्रोकेमिकल प्लांट में कृषि सिंचाई पाइप, प्लास्टिक उत्पाद, पेंट, नायलॉन जैसे 200 से अधिक उत्पादों का निर्माण किया जाएगा। इससे संबंधित सहायक उद्योगों की एक लंबी श्रृंखला विकसित होगी, जो हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार उपलब्ध कराएगी। बीना के अलावा अशोकनगर, सागर, विदिशा, ग्वालियर जैसे आसपास के क्षेत्रों के युवाओं को भी नए अवसर मिलेंगे।
तीन गुना बड़ा होगा नया प्रोजेक्ट
नया पेट्रोकेमिकल प्रोजेक्ट मौजूदा रिफाइनरी की तुलना में तीन गुना बड़ा होगा। रिफाइनरी की वर्तमान क्षमता 7.8 मिलियन मीट्रिक टन सालाना है, जो विस्तार के बाद बढ़कर 15 मिलियन मीट्रिक टन हो जाएगी। भांकरई क्षेत्र में इसके लिए विशाल वेयरहाउस का निर्माण तेजी से हो रहा है और भूमि समतलीकरण का 50% कार्य पूरा किया जा चुका है।
2028 तक तैयार होगा प्लांट
बीपीसीएल बीना रिफाइनरी के चीफ मैनेजर केपी मिरा के अनुसार, यह प्रोजेक्ट तय समयसीमा के अनुसार आगे बढ़ रहा है और जुलाई-अगस्त 2025 तक सिविल वर्क पूरा हो जाने की संभावना है। इसके बाद प्लांट का ढांचा आकार लेना शुरू कर देगा और 2028 तक पूरी तरह से कार्यरत हो जाएगा।
शहर के विकास के लिए जरूरी बुनियादी ढांचे की मांग
बीना के औद्योगिक विकास को सुनियोजित तरीके से आगे बढ़ाने के लिए रिंग रोड और ट्रांसपोर्ट नगर जैसे आधारभूत ढांचों की जरूरत पर जोर दिया जा रहा है। भारी वाहनों को शहर में प्रवेश से रोकने के लिए रिंग रोड बेहद जरूरी है। वहीं, ट्रांसपोर्ट नगर से लोडिंग-अनलोडिंग और गाड़ियों के रखरखाव को सुगम बनाया जा सकेगा।