बेंगलुरु: कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकार ने बेंगलुरु में 15 जुलाई से एक हफ्ते का लॉक डाउन जारी किया था। जो कि कल यानि 22 जुलाई की सुबह 5 बजे तक रहेगा। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने मंगलवार को कहा कि फ़िलहाल बेंगलुरु में लॉकडाउन को बढ़ाया नहीं जाएगा। बीते रविवार को सिविक बॉडी कमिश्नर एन. मंजुनाथ ने भी कहा था कि बेंगलुरु में लॉकडाउन को बढ़ाने का कोई विचार नहीं है।
साथ ही मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने एक वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि, “कल के बाद बेंगलुरु में लॉकडाउन को बढ़ाया नहीं जाएगा. ना ही कर्नाटक और ना ही बेंगलुरू में फ़िलहाल कोई लॉकडाउन लगाया जाएगा, यह सिर्फ कंटेंनमेंट ज़ोन में लागू रहेगा. मैं आप सभी से सहयोग की अपील करता हूं।” शुक्रवार को सीएम येदियुरप्पा ने कहा था कि कोरोनावायरस को रोकने के लिए लॉकडाउन सही उपाय नहीं है। उन्होंने कहा कि इससे बेहतर है कि कोरोना मरीजों का पता लगाकर उनकी जांच और इलाज किया जाए।
कोरोना वायरस के बढ़ते आकड़ो के कारण बेंगलुरु में स्वस्थ सुविधाएं भी डगमगा रही है। बता दे कि राज्य के अस्पतालों में बेड और एम्बुलेंस की कमी होती जा रही है, जिसके बाद शनिवार को कर्नाटक सरकार ने सभी प्राइवेट अस्पतालों में 50 फ़ीसदी बेड COVID-19 मरीजों के लिए रखने का आदेश जारी किया।
सीएम येदियुरप्पा ने मंगलवार को कहा, “लोगों की शिकायत थी कि राज्य में एम्बुलेंस की कमी होती जा रही है, हमने इसके लिए भी बूथ लेवल पर इंतज़ाम किए हैं. राजधानी बेंगलुरू में फ़िलहाल 11000 बेड COVID-19 मरीजों के लिए रखे गए हैं।”
मुख्यमंत्री ने लोगों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि, “हम दिन रात हर संभव कोशिश कर रहे है, लेकिन आप सबके सहयोग के बिना हम इस वायरस को नहीं हरा सकते हैं.” उन्होंने 55 साल से अधिक उम्र वाले लोगों और बच्चों को अपने घरों से बाहर न निकलने की विनती की। साथ ही कहा कि जो लोग बाहर निकल रहे हैं वे भी मास्क लगाएं, सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें।