भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में पुलिस ही जुआरियों और सटोरियों के साहस की वजह बन रही है। यहां जुआरियों और सटोरियों के साथ खुद पुलिस ही मिली हुई है। पूरे थाना लेवल पर पुलिस की मिलीभगत से ये धंधा चल रहा है। क्राइम ब्रांच की धरपकड़ में ये बड़े खुलासे हो रहे हैं। खुद पुलिस कर्मी भी जुए सट्टे की फड में दांव लगा रहे हैं। वहीं आपको बता दें कि, भोपाल क्राइम ब्रांच ने कुछ दिन पहले जुआरियों और सटोरियों के खिलाफ एक मुहिम शुरू की है।
इस मुहिम के कारण शहर के चिन्हित जुआरी और सटोरियों पर लगातार दबिश देकर कार्रवाई की जा रही है। इस कार्रवाई में होश उड़ाने वाले खुलासे सामने आ रहे है। जुएं और सटोरियों की फड़ में खुद कई पुलिस वाले शामिल हैं और वो भी दांव लगा रहे थे। वहीं पूरे मामले की बात की जाए तो एक अगस्त को करोंद मंडी के पास एक दुकान से जुआ खेलते पकड़े गए चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। इस मामले में पुलिस ने चार पुलिसकर्मियों को आरोपी बनाया था।
ऐशबाग थाने के कार्यवाहक थाना प्रभारी नीलेश अवस्थी पर स्टाफ की मिलीभगत से क्षेत्र में सट्टा खिलाने का आरोप है। इस मामले की जांच एएसपी अंकित जायसवाल कर रहे हैं। सटोरियों से लेनदेन के आरोप में डीआईजी इरशाद वली ने तीन दिन पहले ऐशबाग थाने में पदस्थ एक एएसआई समेत सात पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया था।
बता दें कि, भोपाल क्राइम ब्रांच ने सात जुलाई को इंद्रा कॉलोनी, बाग उमराव दूल्हा में हिस्ट्री शीटर जुबेर मौलाना के घर दबिश देकर जुबेर सहित 40 जुआरी गिरफ्तार किए गए थे। साथ ही इस जुआ के मामले में थाना प्रभारी अजय नायर लाइन अटैच, बीट प्रभारी एसआई नीलेश पटेल सस्पेंड और एएसआई अजय सिंह, हवलदार अशरफ अली, हवलदार मनोज कटियार को तत्काल प्रभाव से लाइन अटैच किया गया था।