इंदौर। कड़ाके की ठंड ने इंदौर में जनजीवन को प्रभावित करना शुरू कर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप जिला प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए स्कूलों के समय में बदलाव किया है। अब पहली से आठवीं कक्षा तक के स्कूल सुबह 9 बजे के बाद ही शुरू होंगे। प्रभारी कलेक्टर और निगम आयुक्त शिवम वर्मा ने आदेश जारी कर संबंधित अधिकारियों को इसका कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
मौसम का मिजाज
उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं ने इंदौर और उसके आसपास के इलाकों में कड़ाके की ठंड बढ़ा दी है। मौसम विभाग ने शीतलहर की चेतावनी जारी की है, जो 14 दिसंबर तक जारी रहेगी। हाल के दिनों में इंदौर में दिन और रात के तापमान में बड़ी गिरावट देखी गई। शीतलहर के कारण हवाओं की गति 26 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच गई, जिससे पूरा शहर ठिठुरते हुए नजर आया।
दिन का उच्चतम तापमान: 24.5°C (सामान्य तापमान से 5°C कम)
रात का न्यूनतम तापमान: 8.6°C (सामान्य तापमान से 4°C कम)
प्रदेश में मौसम का असर
- पचमढ़ी में तापमान में भारी गिरावट आई, जहां मंगलवार और बुधवार की रात न्यूनतम तापमान 1.8°C रिकॉर्ड किया गया।
- भोपाल (6.9°C), ग्वालियर (6°C), उज्जैन (7.5°C), और जबलपुर (6.5°C) जैसे शहरों में भी तापमान में गिरावट देखी गई।
ठंड का बदलता रुख
इस बार दिसंबर के पहले पखवाड़े में ही तेज ठंड महसूस की जा रही है, जबकि पिछले वर्षों में यह प्रभाव दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में देखने को मिलता था। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और लद्दाख में बर्फबारी और जेट स्ट्रीम हवाओं की तेज़ी का असर मध्य प्रदेश में ठंड बढ़ने का प्रमुख कारण है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक राहत मिलने की कोई संभावना नहीं जताई है। हालांकि, 15 दिसंबर के बाद दिन के तापमान में हल्की वृद्धि हो सकती है, लेकिन रातें अभी भी सर्द बनी रहेंगी।