इस समय देशभर में कोरोना की दूसरी लहर का आतंक मचा हुआ है। ऐसे में जनता से लेकर प्रशासन तक हर कोई परेशान हो चुका है। ऐसे में कई जूनियर डॉक्टर्स आंदोलन पर बैठ गए है जिसको लेकर अब इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने दावा किया है कि प्रशासन और चिकित्सा तंत्र मिलकर ही कोरोना से जंग लड़ सकते हैं। इस आपदा के समेत में आंदोलन करने से कोरोना वायरस को नहीं हराया जा सकता है।
बता दे, इंदौर शाखा और इंदौर के नर्सिंग होम एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ विजय हरलालका, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के डीन डॉक्टर नटवर शारदा और डॉ सतीश जोशी ने आव्हान किया कि कोरोना महामारी के इस कठिन दौर में प्रशासन तथा चिकित्सा तंत्र, यदि मिलजुल कर कार्य करेगा तभी हम इस महामारी का समुचित मुकाबला कर पाएंगे।
समय की यह मांग है कि हम सब उच्च उत्साह के साथ इंदौर के 3000000 लाख नागरिकों के स्वास्थ्य हित में बेहतर कार्य कर पाएं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने यह भी आव्हान किया कि शासकीय चिकित्सकों को भी अपने आपसी विवाद के विषय आपस में बैठकर सुलझा लेने चाहिए और आंदोलन जैसी स्थिति से बचते हुए लोक हित को सर्वोपरि रख महामारी के नियंत्रण में पूर्व जैसा ही सहयोग और श्रम जारी रखना चाहिए।
वहीं इंदौर नर्सिंग होम एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ विजय हरलालका ने भी प्रशासन को विश्वास दिलाया कि इस परिवर्तित होते समय में जब हम बेहतर नियंत्रण कर सकने की स्थिति में आ रहे हैं, तब हमें एक अंतिम हल्ला इस वायरस के विरुद्ध जोर से बोलना चाहिए ताकि इंदौर पूरे भारत में इस वायरस के प्रभावी नियंत्रण में भी प्रथम स्थान पर उपस्थित हो सके और इंदौर के प्रबुद्ध और सुधि नागरिक का मस्तक गर्व से ऊंचा हो सक। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन इंदौर शाखा एवं नर्सिंग होम एसोसिएशन इस कठिन दौर में जनहित में प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करेंगे।